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ख्वाजा साहब की दरगाह है मोहब्बत, भाईचारा, अमन का दर

अजमेर । ख्वाजा गरीब नवाज़ रह. की दरगाह से जुड़े सभी पक्षों की एक महत्तवपूर्ण बैठक श्निवार को गरीब नवाज़ अतिथि गृह में सम्पन्न हुई है। दरगाह कमेटी अध्यक्ष सैयद शाहिद हुसैन रिज़्वी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी पक्षों ने सूफी संतो की शिक्षाओं मोहब्बत, भाईचारा, सम्मान और अमन के पैग़ाम को आम करने की बात कही। इस अवसर पर सज्जादानशीन साहब के पुत्र सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती, अंजुमन सैयदज़ादगान के सदर सैयद गुलाम किबरीया, सचिव सैयद सरवर चिश्ती, सदस्य सैयद कलीमुद्दीन चिश्ती, सैयद मुनव्वर चिश्ती, अंजुमन शेखज़ादगान से सदर शेखज़ादा सुब्हान चिश्ती सहित दरगाह कमेटी के नायब सदर मुनव्वर खान, सदस्य अमीन पठान, फारूके आज़म, सैयद बाबर अशरफ, क़ासिम मलिक, सपात खान, वसीम राहत अली और जावेद पारेख सम्मिलित हुए।

बैठक के आरंभ में सैयद शाहिद हुसैन रिज़्वी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा की मुल्क की फिज़ा में जो नफ़रत का माहौल पैदा हो गया है वह हमारी गंगा जमनी और आपसी भाईचारे की तहज़ीब के खिलाफ है। हम ख्वाजा गरीब नवाज के मानने वाले हैं हमारा मकसद मोहब्बत, भाईचारा, अमन के पैगाम को पूरे संसार में आम करना है। जिसे आम करने की हम पूरी तरह कोशिश कर रहे हैं।

सज्जादानशीन साहब के पुत्र सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती ने अपने बयान में कहा कि हमें इस मौके पर एक साथ कौमी एकता की मिसाल पेश करनी चाहिए और ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जो किसी भी धर्म या सम्प्रदाय को आहत करे। हमें हमारे बुर्जुगों ने आदर और सम्मान की शिक्षा दी है जिसका हमें अनुसरण करना चाहिए।

वही अंजुमन सैयदज़ादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा की ख्वाजा गरीब नवाज़ का दर नायबुन्नबी का दर है। यहां पिछले 800 वर्षो से मोहब्बत और भाईचारे का पैगाम आम किया गया है, जो आगे भी जारी रहेगा।

वही अंजुमन शेखज़ादगान के सदर शेखज़ादा सुब्हान चिश्ती द्वारा कहा गया कि ख्वाजा साहब के दर पर किसी तरह का भेदभाव नहीं है। यहां सभी धर्मो और समाजो की सम्मान है, हम आज भी उसी रास्ते पर है जिस पर हमारे पूर्वज थे।

बैठक के समापन पर सभी पक्षों ने सर्वसम्मिति से यह तय किया कि दरगाह से जुड़ा कोई भी व्यक्ति ऐसा कोई कोई जारी नहीं करेगा जो ख्वाजा साहब की तालिमात के विपरीत हो और मुल्क के अमन चैन और सलामती में बाधा हो।