मुंबई , किसी नज़र को तेरा इन्तिज़ार आज भी है, ‘दो दीवाने शहर में’, ‘नाम गम जाएगा’, ‘कभी किसी को मुक्कम्मल’ और ‘एक अकेला इस शहर में’ जैसे गीतों से अपनी आवाज़ से अमर करने वाले मशहूर गायक भूपेंद्र सिंह का 82 साल की उम्र में मुंबई से एक अस्पताल में निधन हो गया, उनके निधन की खबर उनकी पत्नी मिताली सिंह ने दी है. पिछले कुछ दिनों से वह कई बीमारियों का सामना कर रहे थे, उन्हें यूरिनरी इंफेक्शन भी था. आज मुंबई में उनका निधन हो गया. उनके निधन के बाद बॉलीवुड में कई लोगों ने दुख जताया है. गायक भूपेंद्र सिंह का जन्म 6 फरवरी 1940 को अमृतसर में हुआ था. उन्होंने संगीत की शिक्षा अपने पिता नत्था सिंह से प्राप्त की. वह बचपन से ही गिटार बजाने में माहिर थे.
भूपेंद्र द्वारा गाए गए गजलों ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई थी. उनकी पत्नी मिताली सिंह भी मशहूर गायिका हैं. वह अपनी पत्नी मिताली के साथ सैकड़ों गजल पाठ कर चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, भूपेंद्र सिंह की स्कैनिंग में डॉक्टर ने कोलन कैंसर अंदाजा लगाया था. कोरोना से संक्रमित हो जाने की वजह से कैंसर को लेकर उनके सभी टेस्ट नहीं हो पाए.
अपने पांच दशक लंबे करियर में, सिंगर भूपेंद्र सिंह ने म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे बड़े नामों जैसे मोहम्मद रफी, आरडी बर्मन, लता मंगेशकर, आशा भोंसले और बप्पी लाहिड़ी के साथ काम किया था. भूपेंद्र सिंह और मिताली सिंह जोड़ी ने कई लोकप्रिय गाने गाए, जिनमें ‘दो दीवाने शहर में’, ‘नाम गम जाएगा’, ‘कभी किसी को मुक्कम्मल’ और ‘एक अकेला इस शहर में’ शामिल हैं.