पुष्कर । राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि वृक्षारोपण करने से मनुष्य पुण्य का भागी होता हैं।
निगम अध्यक्ष राठौड़ अखिल विश्व गायत्री परिवार राजस्थान गायत्री शक्तिपीठ द्वारा आयोजित दशम पुष्कर अखंड अरण्य तीर्थ प्रदक्षिणा के अवसर पर आयोजित पदयात्रा के दूसरे दिन नांद गांव में जवाहर फाउंडेशन द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में औपचारिक बातचीत कर रहे थे ।
उन्होंने कहा कि हिंदू वेद पुराणों में भी वृक्षारोपण का जिक्र है स्कंद पुराण के अनुसार आम पीपल बेल नीम बरगद आदि पेड़ों के वृक्षारोपण करने से मनुष्य पुण्य का भागीदार होकर स्वर्ग की प्राप्ति करता है।
उन्होंने हर व्यक्ति को स्वस्थ वातावरण के लिए एक पेड़ लगाने की आव्हान किया । निगम अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए वृक्षारोपण जरूरी है उन्होंने वृक्षारोपण के कार्य में सामाजिक संस्थाओं को आगे आने का आह्वान किया।
जवाहर फाउंडेशन के प्रभारी शिव कुमार बंसल ने बताया कि जवाहर फाउंडेशन द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में आज नांद ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर एवं उसके आसपास 51 नीम वृक्ष मय ट्री गार्ड लगाए गए। इस अवसर पर जवाहर फाउंडेशन के महेश चौहान हेमंत जोधा कृपाल सिंह राठौड़ पार्षद धीरज जादम सरपंच विष्णु सिंह राठौड़ सुरेश वैष्णव सीताराम पारीक साहब सिंह श्याम सिंह गोपाल स्वामी टीआर शर्मा पूर्व सरपंच घनश्याम सिंह कड़ेल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे
अखिल विश्व गायत्री परिवार राजस्थान गायत्री शक्तिपीठ द्वारा आयोजित दशम पुष्कर अखंड अरण्य तीर्थ प्रदक्षिणा के दुसरे दिन आज पदयात्रा नांद से प्रारंभ होकर थावला पहुची l पदयात्रा में निगम अध्यक्ष राठौड़ ने सपत्निक नंदराय भवानी और नंदा सरस्वती नदी का पूजन कर पदयात्रा की! पदयात्रा के थावला पहुंचने पर विधायक विजयपाल मिर्धा हनुमान गुर्जर दातार सिंह पुष्पेंद्र सिंह मंजू बाला रामलाल बेनीवाल आदि ने पुष्प वर्षा कर पदयात्रा की अगवानी की !
इस अवसर पर रथयात्रा लाडपुरा भावनाथ धाम कुडकी मीरा बाई की जन्म स्थली होती हुई थांवला पहुंची।
गायत्री शक्ति पीठ पर ओम प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि कल मंगलवार को यज्ञ उपरांत थावला भैरवनाथ मंदिर से बालाजी मोड़ बॉडी घाटी तिलोरा डूंगरिया खुर्द रेवंत कड़ेल होती हुई मझेवला पहुंचेगी !वही रथ यात्रा रातादुण्डा कल्याणपुरा सनेड़िया पीह रघुनाथपुरा बासेली चित्रकूट धाम देवनगर कड़ेल होती हुई मझेवला पहुंचेगी।
संवाद। मो नज़ीर क़ादरी