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कांग्रेस सांसदों का निलंबन मोदी सरकार की हताशा का परिणाम- शाहनवाज़ आलम

इंडिया शायनिंग के जुमलों वाली वाजपेयी सरकार की तरह मोदी सरकार की भी 2024 में होगी विदाई

लखनऊ। भाजपा सरकार संसद में महंगाई और रोजगार के सवालों पर कोई जवाब नहीं दे सकती। इसीलिए मानसून सत्र में कांग्रेस सांसदों को निलंबित कर दिया गया। मोदी सरकार को अंदाज़ा हो गया है कि वो जा रही है। इसलिए वो बौखलाहट में देश की आवाज़ को दबाने पर तुली है। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने स्पीक अप कार्यक्रम की 53 वीं कड़ी में कही।


शाहनवाज़ आलम ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी प्रचंड बहुमत वाली सरकार के प्रधानमंत्री हैं। मीडिया का एक बड़ा हिस्सा दिन-रात उनकी डफली बजाता है। न्यायपालिका का एक हिस्सा भी उनके साथ है लेकिन फिर भी वो संसद में सवाल पूछने वाली कांग्रेस से डरते हैं। रैलीयों में पैसे पर लाई गयी भीड़ के सामने जुमले फेंकने वाले राजा साहब जनता के प्रतिनिधियों के सवालों से संसद में डरते हैं। वो देश के सबसे डरपोक और कमज़ोर प्रधानमंत्री साबित हुए हैं।


शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी सरकार समझ गयी है कि 2004 में अटल बिहारी बाजपेयी सरकार को जिस तरह इंडिया शायनिंग और फिल गुड नारों के बावजूद सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने हरा दिया था वैसा ही जुमलेबाज मोदी सरकार के साथ भी होने जा रहा है। मोदी जी के कॉर्पोरेट मालिक लोग भी जान गए हैं कि भाजपा सरकार जाने वाली है इसीलिए वो सरकारी बैंकों के निजीकरण समेत कई बिलों को बिना विपक्ष की मौजदगी के किसी तरह पास करा लेना चाहते हैं। सोनिया गाँधी जी पर अभद्र टिप्पणी और कांग्रेस सांसदों का निलंबन कॉर्पोरेट और मोदी जी के हताश का परिणाम है।