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हज़रत अब्बास अलमबरदार इंसानियत की एक मिसाल थे

आगरा।दरग़ाह हज़रत ख्वाजा शैख़ सैय्यद फतिहउद्दीन बल्ख़ी अलमारूफ ताराशाह चिश्ती साबरी कम्पाउंड आगरा क्लब आगरा में नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु-अलैहि- वसल्लम के नवासों की शहादत के मौके पर मसालमे का आयोजन किया गया जिसमे शहीदाने-ए-करबला की बारगाह में सलाम पेश किया गया ।

इस मौके पर दरबार शरीफ में रुबाई-ए-पाक मरकज़ साबरी के जानशीन और साहबजादगान ने तमाम हाजरीन व मुरेदीन के साथ पेश की गई । शर्बत पर ख़ुसूसी फ़ातिहा की गई और सबके खुशहाली की दुआ की गई । मसालमे की शुरुआत करते हुए जानशी इमरान अली शाह ,कासिम अली शाह ने कहा कि हज़रत अब्बास अलमबरदार इंसानियत की मिसाल थे । हज़रत अब्बास ने मैदान-ए-करबला में तमाम ज़ख्म सहते हुए हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के हर हुक्म के साथ पानी की खिदमत को अंजाम दिया । और हक़ की खातिर लड़ते हुए बातिल परस्तों को जहन्नुम रशीद करते हुए शहीद हो गए ।
मसालमे की सदारत दरग़ाह अमीर अबुलउलाह के सज्जादानशीं हजरत मोहतशीम अली शाह व , विरासत अली,निशात अली, ने की।
मसालमे के कार्यक्रम में बुन्दू खान चिश्ती साबरी ,अब्दुल सईद खान ,तरुण साबरी, करुण साबरी, पुरषोत्तम साबरी, डॉक्टर रतन सिंह,नूर मोहम्मद,आदि बहुतायत संख्या में हाजिर रहे ।