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गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच हुई

संवाद। दानिश उमरी

  • जनपद में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस
    आगरा, 10 अग
  • प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को जिले के 74 चिकित्सा इकाइयों पर गर्भवती का परीक्षण किया गया। चिकित्सकों ने महिलाओं के एएनसी परीक्षण किए। साथ ही हीमोग्लोबिन, बीपी की जांच, गर्भवती महिलाओं की लम्बाई एवं वजन, तापमान, पेशाब और शुगर आदि की जांच कर महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए सलाह भी दी गई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पीएमएसएमए दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें गर्भवती महिलाओं की दूसरे व तीसरे त्रैमास में एमबीबीएस डॉक्टर द्वारा प्रसव पूर्व जांच कराई जाती है। बुधवार को भी इसका आयोजन स्वास्थ्य इकाईयों पर किया गया और गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच करके उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की पहचान की गई।
एसीएमओ आरसीएच डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि पीएमएसएमए दिवस में गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफ़लिस, वजन, ब्लड प्रेशर एवं अन्य जांच की नि:शुल्क की गई। एचआरपी युक्त महिलाओं की पहचान की गई।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर सभी द्वितीय एवं तृतीय तिमाही वाली गर्भवती की प्रसवपूर्व जांच, यूरिन, हीमोग्लोविन, शुगर, सिफलिस , वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप, एचआईवी और कोविड -19 की जांच की गई।
नगला पदी यूपीएचसी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीता सिंह ने बताया कि उनके केंद्र पर पीएमएसएम दिवस पर गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांच के साथ-साथ उन्हें खाने-पीने का ध्यान रखने के बारे में भी बताया गया।
24 वर्षीय रूखसार ने बताया कि वे आठ माह की गर्भवती हैं । उनका हीमोग्लोबिन 8 था। इस कारण उन्हें आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने उनको जांच करने के बाद हरी सब्जियों का सेवन करने और समय से दवाएं खाने के लिए कहा है।
25 वर्षीय उमा ने बताया कि वे छह माह की गर्भवती हैं और उनकी खून की जांच हुई हैं और डॉक्टर ने उन्हें दवाएं दी हैं। इसके साथ ही खाने-पीने का ध्यान रखने के लिए कहा है।