संवाद। सादिक जलाल
नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी और सबसे प्रीमियम फिल्म प्रदर्शनी कंपनी पीवीआर सिनेमाज ने सिनेमाई मनोरंजन के क्षेत्र में 25 शानदार वर्ष पूरे कर लिए हैं। पीवीआर ने वर्ष 1997 में भारत में मल्टीप्लेक्स क्रांति का बीड़ा उठाया और तब से देश के हर हिस्से में सिनेप्रेमियों के लिए सिनेमा के बेहतरीन अनुभव को फिर से परिभाषित करके उन्हें रोमांचित करना जारी रखा है।
इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को मनाने के लिए पीवीआर सिनेमा ने आमिर खान अभिनीत ‘इस अंधेरे में बहुत रोशनी है (इस अंधेरे में रोशनी है)’ नामक फिल्म के साथ मल्टी-मीडिया अभियान शुरू कर रहा है। इस फिल्म का विचार उन सभी भावनाओं और अनुभवों का सार है जिनसे दर्शक गुजरते हैं, यानी फिल्मों का जादू, उससे जुड़ाव और रोशनी के कम हो जाने पर आभासी दुनिया में शामिल हो जाना। दरअसल, फिल्में प्रकाश और अंधेरे का एक आदर्श नाटक है, जो दर्शकों को एक अनूठी काल्पनिक यात्रा पर ले जाती है। सिनेमाघरों के अंदर का अंधेरा इसमें अहम भूमिका निभाता है।
पीवीआर लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय बिजली ने पीवीआर की 25 साल की सफल यात्रा पर कहा, ‘हम भारत में 25 साल के मील के पत्थर को पूरा करने पर बेहद गर्व और खुशी महसूस कर रहे हैं। मनोरंजन उद्योग, दर्शकों के पैटर्न के साथ-साथ दर्शकों का भी वर्षों से विकास हुआ है और पीवीआर उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा है। ऐसे में हम भी दर्शकों से सार्थक रूप से जुड़ाव को जारी रखकर उन्हें नए सिनेमाई अनुभवों से परिचित कराते हैं।’