संवाद , रहबर मुईन
आगरा। आगरा कॉलेज में संस्कृत विभाग की ओर से संस्कृत दिवस के अवसर पर संस्कृत महोत्सव का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ल की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में आरबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार श्रीवास्तव ने अपने ज्ञानवर्धक वक्तव्य से उपस्थित विद्तजनों तथा विद्यार्थियों को अभिभूत कर दिया। उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता के तालिक दर्शन द्वारा कर्म योग के रहस्य को समझाया। उन्होंने कहा “संस्कृत भाषा देववाणी है। यह हमें संस्कारित करती है। जीवन की हर परिस्थिति में दिशा निर्देशित करती है। जहां तक रोजगार का प्रश्न है, उच्च पदों पर आसीन अधिकारियों का जीवन व उनकी शिक्षा संस्कृतमय है। प्रमाण के लिए आगरा नगर के दोनों बड़े महाविद्यालय के प्राचार्य संस्कृत से ही संबंधित हैं।”
विशिष्ट अतिथि के रूप में सेंट जॉन्स कॉलेज की संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ मधुलता शर्मा ने अपनी सहज व सरल भाषा में संस्कृत भाषा का आधुनिक रूप प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा गीत,गजल, कजरी, संगीत की ऐसी कौन-सी विधा है, जो संस्कृत भाषा में लिखी जा रही है।
वक्ता अतिथि के रुप में बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय की संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ रेखा सिंह ने अपना अनुभव साझा करते हुए आधुनिक समय में संस्कृत की स्थिति पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षता करते हुए आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला ने संस्कृत भाषा की महत्ता, आवश्यकता तथा जीवन में उसकी प्रमुखता पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों से कहा कि आपकी कक्षा में उपस्थिति आवश्यक है। व्यक्तित्व को प्रकाशित करने के लिए अनुशासित होना अति आवश्यक है।
महाविद्यालय के मुख्य प्रानुशासक डॉ अमित अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ कमलेश शर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ रुचि पांडे ने किया।
कार्यक्रम में डॉ सुनीता रानी, डॉ केपी तिवारी, डॉ राजीव द्विबेदी, डॉ उमेश शुक्ला और मनीष गौतम की गरिमामय उपस्थिति रही।