संवाद। रहबर मुईन
आगरा।14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे की स्मृतियों को स्मरण करने हेतु “भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन एनसीसी आर्मी विंग एवं एयर विंग के संयुक्त तत्वावधान में आगरा कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में किया गया, जिसमें वक्ताओं ने देश के बंटवारे के दौरान हुई विभीषिका पर अपने विचार रखे और उस दौरान हुए कत्लेआम, नरसंहार पर दुख प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओ को श्रद्धांजलि व्यक्त की।
गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए पूर्व विधायक श्री महेश गोयल ने कहा कि मतान्तरण के साथ राष्ट्रान्तरण बेहद गंभीर विषय है और भारत ने इस त्रासदी को झेला है। 1947 में हुए विभाजन ने देश को हमेशा के लिए एक बड़ा दुख दिया है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला ने कहा कि विभाजन का दर्द सदैव असहनीय होता है। ये दर्द जब तक ध्यान में रहेगा तो इसकी पुनरावृत्ति नही होगी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजो ने द्वि राष्ट्र के सिद्धांत का रक्त बीज बो दिया था। मानवता एक बार पुनः इस प्रकार की विभीषिका का दंश न झेले, इसके लिए इन जैसे दुर्दांत दिवसों की स्मृतियों को भी सहेजना पड़ता है।
इस अवसर पर आर्मी विंग के कंपनी कमांडर लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने विभाजन के दौरान हुई विभीषिका के बारे में विस्तार से बताया।
एयर विंग के प्रभारी डॉ नितीश शर्मा ने काव्य पाठ करते हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया।
इससे पूर्व प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला एवं पूर्व विधायक श्री महेश गोयल ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर गोष्टी की शुरुआत की।
गोष्ठी का संचालन कैडेट उजाला राजपूत ने किया। अतिथियों का स्वागत कैडेट नवीन तथा आराध्या भट्ट ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इसके अतिरिक्त कैडेट लक्ष्मी सिंह, दीपक, आशीष, अभिषेक यादव, जागृति, प्राची, स्तुति जैन, धारिणी, रवि शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
गोष्ठी के दौरान अमन श्रीवास्तव, रामू यादव, कुंज बिहारी, सचिन, सूर्य प्रताप, मोहिनी, अमित बाबू, अनिल, आशीष आदि कैडेट्स उपस्थित रहे