संवाद , रहबर मुईन
आगरा,भारत के स्वतंत्रता दिवस का 76वाँ वर्ष 15 अगस्त, 2022 बैकुण्ठी देवी कन्या महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।सर्वप्रथम समारोह की मुख्य अतिथि डॉ॰ रेखा रानी तिवारी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, आगरा के कर-कमलों द्वारा किया गया।
एन.सी.सी. कैडेट्स द्वारा परेड और देशभक्ति गीत सोने की जहाँ धरती चांदी का गगन है, वह मेरा वतन वह मेरा वतन, वह मेरा वतन है। इसके बाद उच्च शिक्षा निदेशक, उत्तर प्रदेश डॉ॰ अमित भारद्वाज का सन्देश डॉ॰ गंुजन ने पढ़ा, उच्च शिक्षा को सुलभ बनाने, शिक्षा को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का पूर्ण प्रयास किया है, जिसे साकार करना है।
अंजलि सिंघल ने संस्कृत में स्वतंत्रता दिवस पर गीत प्रस्तुत किया। खुशी ने ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन तुझ पे दिल कुर्बान प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि डॉ॰ रेखा रानी तिवारी जी ने “ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन तुम पे दिल कुर्बान, तू ही मेरी आबरू तू ही मेरी आरजू गाकर सुनाया-यह गीत उनके दिल के करीब है-उन्होंने तिरंगे को नमन करते हुये वीर शहीदों को श्रृद्धांजलि अर्पित किया। महाविद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी के अध्यक्ष श्री अवधेश कुमार गुप्ता जी ने कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमारे महाविद्यालय का इतिहास गौरवशाली रहा है। छात्रायें मेहनत से पढ़ें और महाविद्यालय का नाम रोशन करें। इसके बाद शारदा एवं सहयोगी छात्राओं द्वारा ‘जय भारती वन्दे भारती गीत प्रस्तुत किया। सचिव श्री मोहित गुप्ता जी ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को यह सन्देश दिया कि आपको अपनी पहचान खुद बनानी पड़ेगी। गिराने वाले तो बहुत होते हैं आपको अपने आप उठना होगा।
आज बॉटनी लैब का नाम वीरांगना अवंती बाई, कैमेस्ट्री लैब का नाम सरोजनी नायडू, जूलोजी लैब का नाम विजयलक्ष्मी पंडित एवं हॉस्टल का नामांकरण भी क्रांतिकारी वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर किया गया। इस अवसर पर संजीवनी इको क्लब-धनवन्तरि औषधि वाटिका का उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ॰ रेखा गुप्ता जी द्वारा तेजपात के पौधे का रोपण कर किया। संजीवनी इको क्लब की प्रभारी डॉ॰ बिन्दु अवस्थी, डॉ॰ अनुपम श्रीवास्तव, डॉ॰ सविता प्रसाद, डॉ॰ कंचन गुप्ता, डॉ॰ एकता, डॉ॰ ज्योति कुशवाह, विनीता गुप्ता उपस्थित रहीं। ड्राइंग विभाग द्वारा प्रदर्शिनी लगाई गयी।
इस अवसर पर प्राचार्या प्रोफेसर पूनम सिंह ने कहा कि हमें आजादी बहुत लोगों के बलिदानों के बाद मिली है। आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। हम अपने शहीदों को याद कर रहे हैं। अपने देश के लिये सोच, भ्रष्टाचार चरम पर है, हम भी इसका हिस्सा बन जाते हैं, हमें मिलकर भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। आगे आने वाले 75 वर्ष हम अपनी संस्कृति को वापस ले आयें। यही हमारा आज का संदेश है।
अल्लामा इकबाल का लिखा हुआ तराना ”सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा’ संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर प्रबंध कार्यकारिणी के पूर्व सचिव श्री महेश गुप्ता जी, कोषाध्यक्ष उर्मिला आर्य, श्री मनीष गुप्ता जी, श्रीमती शीला गुप्ता जी मौजूद रहीं।
अन्त में धन्यवाद डॉ॰ गंुंजन ने दिया। संचालन डॉ॰ रेखा सिंह ने किया।