टीबी को मात देने के लिए सहयोग करेगी टीबी मरीजों के लिए पौष्टिक व्यंजन विधि पुस्तिका
चना, सत्तू व मूंगफली से बनने वाले व्यंजनों की विधि से अवगत कराएगी पुस्तिका
जिला क्षय रोग विभाग और मडोना रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन के द्वारा टीबी को मात देने की संयुक्त पहल- मंडोना रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा क्षय रोगियों को मार्च माह से दी जा रही है पोषण सामग्री जनपद में जनवरी से अब तक 7132 क्षय रोगी किए जा चुके हैं चिन्हित
मथुरा। (डीवीएनए)क्षय रोग उन्मूलन के लिए आम जनमानस का जागरूक होना अति आवश्यक है। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए हर स्तर पर गंभीरता के साथ काम चल रहा है । इसी क्रम में मथुरा जनपद के जिला क्षय रोग विभाग और स्वयंसेवी संस्था मंडोना रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा टीबी को मात देने के लिए पोषण की विधि व्यंजन पुस्तिका का विमोचन किया गया।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संजीव यादव ने कहा कि मंडोना रूरल फाऊंडेशन द्वारा क्षय रोगियों को मार्च माह पोषण सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
बलदेव क्षेत्र में जनवरी से 400 से अधिक क्षय रोगी चिन्हित हुए है, जिसमें 80 से अधिक रोगी अपना पूर्ण इलाज कराकर स्वस्थ हो चुके हैं । जनपद में जनवरी से अब तक 7132 क्षय रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं |मंडोना ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान का सहयोग सकारात्मक है, इनसे गठबंधन करके हम मरीजों को दवाओं के साथ- साथ दवाएं उनके कैलोरी की कमी को भी दूर कर रहे हैं।
डा. संजीव यादव ने बताया कि जनपद में टीबी रोगियों की जांच और उपचार की समस्त सुविधाएं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर निशुल्क उपलब्ध है।
जनपद में 04 सी बी नाट और 05 ट्रू नाट आधुनिक मशीनों से क्षय मरीजों का परीक्षण किया जाता है। बलगम परीक्षण हेतु कुल 36 स्वास्थ्य केंद्र है । मंडोना ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान क्षय रोगियों को न सिर्फ पोषण युक्त सामग्री प्रदान कर रही है बल्कि उनके द्वारा मरीजों से बात कर समय-समय उनके उपचार का हाल भी पूछा जा रहा है। फरह और बलदेव क्षेत्र के 156 क्षय रोगियों को पोषण सामग्री वितरित की गई |मंडोना रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था की डायरेक्टर निहार शर्मा ने बताया कि हमारा संकल्प देश को टीबी मुक्त करने के लक्ष्य में सहयोग देने का छोटा प्रयास है। हम चिन्हित क्षय रोगियों को प्रतिमाह पोषणयुक्त सामग्री जैसे गुड, चना, सत्तू, बर्नबिटा, दाल आदि पोषण सामग्री प्रदान करते है।
जो दवाओं के साथ साथ उनके अंदर कैलोरी की कमी को दूर करती है। निहार शर्मा के द्वारा बताया कि मरीजों से फॉलोप करने पर कुछ मरीजों द्वारा पोषण सामग्री के उपयोग का सही तरीका और खाने में क्या लेना चाहिए जैसे बेसिक प्रश्न पूछते हैं , उनकी सुविधा के दृष्टिगत हमने एक पुस्तक तैयार की है हमारा मकसद है पुस्तिका के माध्यम से हम मरीजों को यह जानकारी प्रदान कर सकें | टीबी मरीजों को खाने में क्या लेना चाहिए और उनका उपयोग किस प्रकार से करना चाहिए । जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी ने बताया कि जनपद में बल्देव और फरह ब्लाक को टीबी फ्री ब्लाक के लक्ष्य के साथ चुना गया है ।
जिसमें हमारा उद्देश्य है कि हम प्रत्येक चिन्हित टीबी मरीजों को दवाइयों के साथ पोषण भी उपलब्ध करवा सकें । निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत मरीजों को 500 रुपए की धनराशि देय होती है । मंडोना ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान द्वारा दोनो ब्लॉक को गोद लिया गया है आज बलदेव क्षेत्र में 76 तथा फरह क्षेत्र के 90 रोगियों को पोषण सामग्री वितरित कि गई। टीबी के रोगी खाने में क्या लें और उस पोषण सामग्री को किस प्रकार बनाएं।
इस के लिए पोषण सामग्री वितरण कार्यक्रम के साथ-साथ टीबी मरीजों के लिए पौष्टिक व्यंजन विधि पुस्तिका का विमोचन किया गया । कार्यक्रम का संचालन अखिलेश कुमार दीक्षित द्वारा किया गया ।इस मौके पर डा. रोहतास, डा. राहुल, डा. रामवीर, सत्यवीर, राजेश यादव, अनूप सिंह, निश्चल दिवाकर, मंडोना ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान से लक्ष्मी कांत गौर, निहार शर्मा डायरेक्टर मंडोना ग्रामीण विकास प्रतिष्ठान और डा. चंद्रवाली, पूर्व निदेशक राजन बाबू इंस्टीट्यूट आफ पल्मोनरी मेडिसिन एंड टीबी मौजूद रहे।
संवाद:-दानिश उमरी