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हज़रत ख्वाजा निजामुद्दीन बल्खी थानेश्वरी का 469 वाँ जश्न-ए-उर्स व सर्वधर्म सम्मेलन शुरू हुआ

आगरा। महान सूफी संत हजरत ख्वाजा शैख सैय्यद फातिहउद्दीन बल्खी अलमारूफ ताराशाह चिश्ती साबरी के पीर-ओ-मुर्शिद हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन बल्खी थानेश्वरी का 469 वाँ जश्न-ए-उर्स व सर्वधर्म सम्मेलन दरगाह मरकज साबरी ,कंपाउंड आगरा क्लब, आगरा मैं गुस्ल-ए-मजार शरीफ (स्नान) , सन्दल , मेहंदी ,डोरी ,गुलपोशी ,मुशायरा व मीलाद-ए-शरीफ के साथ शुरू हुआ। बुजुर्गों का यह जश्न जिसे उर्स कहतें हैं ,यह सही मायने मैं “उरूस” होता है। जिसका मतलब है कि जब आत्मा का परमात्मा से मिलन होता है ,उस शब को उर्स कहतें हें। इस मुतबर्रीक मौके पर दरगाह मरकज साबरी के सज्जादानशी हाजी इमरान अली शाह चिश्ती साबरी ,हाजी कासिम अली शाह चिश्ती साबरी ,नायब सज्जादानशी बून्दू खान चिश्ती साबरी ने आये हुए हाजरीनों व देशवासियों कि उन्नति और तरक्की कि खास दुआ मरकज साबरी मैं की। सज्जादानशी ने तमाम अकीदत मंदों ,मुरीदों के बीच मजार-ए-मुबारक का गुस्ल गुलाब जल से कराया और इत्र पेश किया गया व गुल पोशी की गई। मेहंदी-डोरी सेकड़ों जायरीनों ,हाजरीनों व मुरिदेनों के साथ दरबार-ए-मरकज साबरी मैं पेश कि गयी। मेहंदी डोरी पेश करने के बाद सज्जादानशी ने कहा कि बुजुर्गों का दरबार आने वाले हर जायरीन के लिए खुला हैं, चाहे वो किसी धर्म ,साम्प्रदाय या वर्ग का ही क्यों ना हो,यहाँ सबके लिए उन्नति औ तरक्की के लिए खास दुआ की जाती हैं।
उसके बाद महफिल-ए- मिलाद शरीफ व मुशायरे का आयोजन हुआ तथा अपने देश भारत के लिए अमन-चौन की खास दुआ की गई। मुशायरे मैं इस शेर को खूब सराहा गया श् वो ही भरतें हैं ए झोलियाँ सबकी ए वो समझतें हैंए बोलियाँ सबकी

आओ बाज़ार ए मुस्तफा को चलें
खोटे सिक्के वहीँ पर चलतें हें

इस मौके पर उर्स कमेटी व अखिल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकता संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्यगण, डॉ०कृष्णवीर सिंह कौशल,रिजवान रईसउद्दीन प्रिंस,गुलाम मोहम्मद, हाफिज इस्लाम कादरी,अब्दुल सईद आगाही पीरजादा अनीस साबरी, पीरजादा आरिफ साबरी, परमजीत सिंह, दिनेश बघेल,चन्द्र मोहन गौड़ साबरी,पुरषोत्तम साबरी,तरूण साबरी, करूण साबरी, मदन साबरी,छोटू साबरी, ,नासिर साबरी, नूर मोहम्मद ,रामदयाल,जीतू साबरी,सौरब,जमील साबरी नाजिम साबरी, महेश चन्द्र साबरी, डॉ० रतन सिंह ,कुलदीप, चन्द्रपाल साबरी, ,आशिष साबरी,हरविलास,आदिल,व संजू साबरी ,सलमान साबरी,गुरूप्यारी साबरी, माया देवी साबरी, अनीसा साबरी, कमलेश साबरी,मीना साबरी,रानी सिहं,मोनिका, विजय कुमारी,सुनीता साबरी, आदि सदस्य उपस्थित रहे।