आगरा , चिट फंड कंपनी पीएसीएल (पर्ल्स) द्वारा गरीबों मजदूरों की खून पसीने की कमाई 49 हज़ार 100 करोड़ रुपये की वापसी को लेकर पर्ल्स के निवेशकों व एजेंटो के साथ जिला मुख्यालय पर हल्ला बोल प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सोंपा। पीएसीएल (पर्ल्स) निवेशक एस.सी जैना ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 2019 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पीएसीएल (पर्ल्स) के निवेशको के पैसा वापसी के लिए सभी निवेशकों से ऑनलाइन डाक्यूमेंट्स मंगाए थे। गरीब निवेशकों ने अपने पैसे के खातिर पैसा खर्च करके ऑनलाइन डाक्यूमेंट्स भेजे थे। लेकिन आज तक निवेशकों के खाते में पैसा नही आया। जैना ने बताया कि अब सेबी ने निवेशकों से ओरिजिनल दस्तावेज मांगे हैं। क्या सेबी निवेशकों से ओरिजिनल दस्तावेज मंगाकर उनके हाथ काटकर उन्हें हमेशा के लिए साइलेंट कर देना चाहती है।
याकूब शेख ने कहा कि यदि सेबी की पैसा वापसी की नियत है तो पर्ल्स के देश भर में 312 ब्रांचे हैं जो बंद पड़ी है उन्हें खुलवाकर डाक्यूमेंट्स लेकर तुरंत भुगतान करे। यदि सेबी अपनी इसी नीति पर चली तो निवेशक मर कर चला जायेगा लेकिन पैसा नही मिल पायेगा क्योंकि 8-10 वर्ष से सेबी बातें करके टाइम पास कर रही है इतना लंबा समय निकलने के बाद भी गरीब निवेशकों का पैसा ना मिलने से इस बात का एहसास होता है कि सेबी की नीयत में खोट है।