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भिक्षा नहीं शिक्षा दो, बचपन को संवार दो

 

महफूज़ ने आगरा कैंट से शुरू किया ‘आगरा अगेंस्ट चाइल्ड बैगिंग’* अभियान’
लोगों से बच्चों को भीख न देने की अपील*
कहा, नकद भीख देकर भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दें

आगरा ,ताज नगरी में बड़े पैमाने पर बच्चों से भिक्षावृत्ति कराई जा रही है। बच्चों को पॉइंट बांटकर उन से भीख मंगवाई जाती है। भीख मंगवाने के उनको तौर-तरीके भी सिखाए जाते हैं। भीख न मिलने पर बच्चों को प्रताड़ित किया जाता है। भिक्षावृत्ति के खिलाफ महफूज संस्था द्वारा “आगरा अगेंस्ट चाइल्ड बैगिंग” अभियान शुरू किया गया। इस अभियान की शुरुआत आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से की गई। चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट एवं महफूज संस्था के समन्वयक नरेश पारस की अगुवाई में यात्रियों तथा पर्यटकों को भिक्षावृत्ति के प्रति जागरूक किया। उनसे अनुरोध किया कि नकद भीख देकर भिक्षावृत्ति को बढ़ावा ना दें। भीख मंगवाने वाले बच्चों के परिजनों को भी भीख न मंगवाने के लिए समझाया। बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की अपील की भीख मांग रहे बच्चों ने भी इस अभियान को अपना समर्थन दिया। बच्चों ने कहा कि हम भीख मांगना नहीं चाहते हैं लेकिन परिवार तथा अन्य लोगों के दबाव में ही मांगते हैं। कुछ बच्चे ऐसे भी मिले जो स्कूल से आने के बाद आगरा कैंट पर भीख मांगते हैं। कुछ बच्चों ने जबरन भीख मंगवाने वालों के बारे में भी बताया। यह अभियान लोगो बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ था क्योंकि इस जागरूकता अभियान में भीख मांगने वाले बच्चे भी शामिल थे। नरेश पारस ने बताया कि यह अभियान शहर के प्रमुख चौराहों मंदिरों तथा सार्वजनिक स्थानों पर लगातार चलाया जाएगा। लोगों से भीख न देने की अपील की जाएगी उन्होंने मीडिया के माध्यम से अपील की है किभीख देकर बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर धकेलने में भागीदार बन रहे हैं। इन बच्चों से भीख मंगवाई जाती है। इनको प्रताड़ित किया जाता है। भीख मांगने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। उनको भीख ना देकर और इस कैम्पेन की भागीदारी से, उनको चिन्हित करके, उनको इस दलदल से बाहर निकालने की ओर एक क़दम ज़रूर बढ़ा सकते हैं। कोई भी बच्चा यदि भीख मांगता हुआ दिखाई दे तो उसका फोटो खींचकर चेहरा ब्लर करके लोकेशन के साथ सोशल मीडिया पर साझा करें तथा पुलिस और प्रशासन को टैग करें। जिससे भीख मांगने वाले बच्चों की जानकारी शासन प्रशासन तक पहुंच सके। उनको रेस्क्यू करा कर पुनर्वासित किया जा सके। नरेश पारस इससे पहले एमजी रोड का सर्वे करके 64 बाल भिखारियों की सूची पुलिस और प्रशासन को सौंप चुके हैं। आगरा कैंट पर नौ बच्चे भीख मांगते मिले। नरेश पारस के साथ वालंटियर नितिन शुक्ला, प्राची अग्रवाल, दीक्षा भारद्वाज, खुशी कुमारी, शिवानी, रेलवे चाइल्ड लाइन के नितिन कुमार  आदि शामिल रहे।