संवाद। मज़हर आलम
पंजाब सरकार ने की वक्फ बोर्ड सदस्यों की लिस्ट तैयार, कुछ नामों पर सस्पेंस बरकरार
अगर बोर्ड बनने में देरी हुई तो ए.डी.जी.पी पंजाब फैय्याज फारुकी को वक्फ बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेटर लगाया जा सकता है
जालंधर। पंजाब वक्फ बोर्ड के नए सदस्यों के गठन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई मोहकमों के चेयरमैनों का ऐलान किया मगर वक्फ बोर्ड सदस्यों की लिस्ट जारी नहीं की और ना ही किसी उच्च अधिकारी को बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेटर लगाया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9 सदस्यों वाली वक्फ बोर्ड के 7 सदस्यों की पंजाब सरकार ने लिस्ट तैयार कर ली है। जिसमें मलेरकोटला से 3, खन्ना, अमृतसर, धुरी और लुधियाना से एक – एक सदस्य लिए गए हैं। बाकी दो नामों पर अभी सस्पेंस बरकरार है।
वहीं सूत्र और यह भी बताते हैं कि अभी कुछ दिनों के लिए वक्फ बोर्ड को एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर चलाया जाएगा। जिसमें सबसे ऊपर ए.डी.जी.पी पंजाब फैय्याज फारुकी का नाम खुलकर सामने आ रहा है।
फैय्याज फारुकी एक ईमानदार पुलिस आफिसर हैं। वह वक्फ बोर्ड के मेंबर भी रह चुके हैं। उनके बोर्ड में आने से बहुत सारी खामियों को दूर किया गया है। अगर फैय्याज फारुकी वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर लगाए जाते हैं तो बोर्ड में बहुत कुछ सुधार देखने को मिलेगा।
वहीं पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरमैन की बात करें तो मालेरकोटला हल्का के एम.एल।ए डा. जमील उर रहमान मजबूत दावेदार हैं। अब तक वक्फ बोर्ड के जितने भी चेयरमैन लगे हैं वह मलेरकोटला से ही लगे हैं।
सूत्र यह भी बताते हैं कि चेयरमैनशिप के बहुत सारे लोग दावेदार सामने आ रहे हैं। अगर चेयरमैनशिप किसी और को जाता है तो हल्का मलेरकोटला में आम आदमी पार्टी का वोट बैंक बिखर सकता है। क्योंकि पंजाब वक्फ बोर्ड में जितने अधिकारी लगे हैं उसमें से 80 फीसद आफिसर मलेरकोटला के ही रहने वाले हैं। एम.एल.ए डा. जमील उर रहमान खुद एक शिक्षित व्यक्ति हैं और सियासी रसूख रखते हैं। वह वक्फ बोर्ड को अच्छे तरीके से चला सकते हैं। जैसा कि पंजाब के मुसलमान उनसे उम्मीद रख रहे हैं।
बहरहाल 6 सितंबर 2022 को सारा पिक्चर सामने आ जाएगा कि पंजाब सरकार वक्फ बोर्ड सदस्यों का एलान करती है। या कुछ दिनों के लिए ए.डी.जी.पी पंजाब फैय्याज फारुकी साहब को एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर लगाते हैं।