संवाद। सादिक़ जलाल(8800785167)
कामरूप में वर्ष अगस्त 2020 में, भारती फाउंडेशन के सहयोग से आरम्भ हुई अग्रणी परियोजना से पूरे असम में माता-पिता को प्रशिक्षित करने में मदद मिली
असम, भारती एंटरप्राइजेज की सामुदायिक विकास शाखा भारती फाउंडेशन व समग्र शिक्षा, कामरूप द्वारा अगस्त 2020 में शुरू किया गया व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम “पैरेंटल ट्रेनिंग ऑन डिजिटल कम्युनिकेशन एंड एथिक्स” सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। अपने सत्य भारती होम मेंटरिंग कार्यक्रम के माध्यम से, भारती फाउंडेशन ने माता-पिता की भागीदारी और उनका प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के लिए अपने ज्ञान और अनुभव का योगदान दिया।
इस कार्यक्रम के तहत, 9 ब्लॉक रिसोर्स पर्सन्स के लिए आभासी प्रशिक्षण आयोजित किया गया | प्रशिक्षित ब्लॉक रिसोर्स पर्सन्स ने, 119 क्लस्टर रिसोर्स सेंटर को-ऑर्डिनेटर्स की सहायता से 5,570 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया और इन शिक्षकों ने जिले भर में 1.3 लाख अभिभावकों को जागरूकता के लिए प्रशिक्षित किया और विभिन्न गतिविधियों को संचालित किया। शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुतुआत 20 अगस्त 2020 को हुई थी।
तकनीक के उपयोग से छात्रों के समग्र विकास में सहायता करने के विभिन्न तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाते हुए, सीखने के उनके समग्र अनुभव में भी वृद्धि की है। लॉकडाउन की अवधि ने एक शिक्षक के रूप में माता-पिता की भूमिका को परिभाषित करने का भी काम किया है। आज, उन्हें यह समझाना बेहद जरूरी है कि किस तरह से तकनीक उनके बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है।
इसे ध्यान में रखते हुए, कामरूप के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन डिपार्टमेंट और भारती फाउंडेशन ने मिलकर वर्ष 2020 में माता-पिता को प्रशिक्षित करने के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। सभी प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों के बीच जागरूकता लाने के दर्शन में विश्वास व डिजिटल संचार और नैतिकता के ज्ञान की वृद्धि की अवधारणा पर आधारित कार्यक्रम को शिक्षकों की मदद से संचालित किया
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री अपूर्वा ठाकुरिया एईएस, इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स एवं डीईईओ कम डीएमसी, कामरूप ने कहा। “जिले में शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी कर भारती फाउंडेशन द्वारा किए गए असाधारण कार्यों के लिए के हम बहुत आभारी हैं। उनके द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम ने 9 ब्लॉकों के 1,908 सरकारी स्कूलों के छात्रों के माता-पिता के सीखने के समग्र अनुभव में सुधार करके उन्हें लाभान्वित किया है।”
इस गौरवशाली क्षण बोलते हुए श्री एंटनी नेलिसरी, चीफ स्कूल एक्सीलेंस, भारती फाउंडेशन ने कहा, “माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा को बढ़ाने में बराबरी के हितधारक और भागीदार हो सकते हैं। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हाशिए पर स्थित समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक उनकी पहुंच में सुधार की हमारी प्रतिबद्धता के अनुसार, यह परियोजना लगभग 1.3 लाख माता-पिता तक पहुंच चुकी है। डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स टीम्स ने खासतौर पर क्लस्टर रिसोर्स को-ऑर्डिनेटर्स इस प्रयास में बेहद महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मैं इस सफलता के लिए डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन टीम को बधाई देता हूं।”