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ज्ञानवापी के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा, 15 को होगी सुनवाई


ज्ञानवापी में शिवलिंग होने के दाव के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया गया है। इसको लेकर एक याचिका भी सिविल कोर्ट में दायर की गई है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।

ज्ञानवापी में शिवलिंग होने के दाव के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया गया है। इसको लेकर एक याचिका भी सिविल कोर्ट में दायर की गई है, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है। अदालत ने इस केस की सुनवाई के लिए  15 सितंबर की तारीख नियत की है। सिविल जज सीनियर डिवीजन विजय कुमार गुप्ता ने नीलकंठ महादेव मंदिर के पक्षकारों की ओर से दायर याचिका पर यह आदेश पारित किया है।
पिछले दिनों अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल समेत पांच पक्षकारों की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन बदायूं के न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। इसमें जामा मस्जिद को राजा महीपाल का किला व नीलकंठ महादेव का मंदिर होने का दावा किया गया है। कोर्ट में इस बिंदु पर सुनवाई की जा रही थी कि इस मुकदमे को सुनवाई के लिए स्वीकार किया जाये या नहीं।
शुक्रवार को इस मामले में सिविल जज सीनियर डिवीजन विजय कुमार गुप्ता ने दायर याचिका को नियमानुसार दर्ज कर सुनवाई का आदेश पारित किया। अब इस मामले में संबंधित विपक्षी पक्षकारों को सूचना भेजी जायेगी। कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 15 सितंबर की तारीख नियत की है।
भगवान नीलकंठ महादेव सहित पांच वादी
याचिका में पहले पक्षकार स्वयं भगवान नीलकंठ महादेव महाराज बनाये गये हैं। इनके अलावा अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल निवासी गांव भरकुइयां थाना सिविल लाइंस, अधिवक्ता अरविंद परमार, ज्ञान प्रकाश, डाक्टर अनुराग शर्मा व उमेश चंद्र शर्मा अन्य पक्षकार हैं।