लखनऊ, । क्षेत्रीय पार्टियां ही भाजपा की असली ताक़त हैं। जैसे ही ये पार्टियां कमज़ोर होंगी भाजपा भी अपने आप कमज़ोर हो जायेगी। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने स्पीक अप कार्यक्रम की 61 वीं कड़ी में कहीं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जैसे ही मुसलमान कांग्रेस से जुड़ेगा बाकी जातियाँ भी कांग्रेस में आ जाएंगी। इसीलिए मुसलमानों को भ्रमित करने के लिए भाजपा यूपी में सपा और बसपा को, दिल्ली में केजरीवाल और बंगाल में ममता बनर्जी को मजबूत बनाये रखना चाहती है। इसी रणनीति के तहत कभी आम आदमी पार्टी तो कभी तृणमूल के नेताओं के यहाँ छापा मरवाकर उन्हें फ़र्ज़ी विपक्ष के बतौर खड़ा करने की कोशिश की जा रही है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि दिल्ली में आज हुई कांग्रेस की ऐतिहासिक रैली और 7 सितंबर को कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी जी द्वारा किये जाने वाले भारत जोड़ो रैली से भाजपा अंदर तक हिल गयी है। ऐसे में वो आने वाले दिनों में इडी और सीबीआई से आप और तृणमूल नेताओं के यहाँ छापा मरवायेगी ताकि मुसलमान इन्हें ही विपक्ष समझ ले। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को समझना चाहिए कि पिछले दो लोकसभा चुनावों में सपा के जातिगत वोटरों ने भी सपा को वोट नहीं दिया था। इसीलिए सपा और बसपा गठबंधन सिर्फ़ मुस्लिम बहुल सीटों पर ही जीत पाया था। जबकि बदायूं और कन्नौज जैसी यादव बहुल सीटों पर सपा हार गयी थी। उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनावों में मुसलमानों ने पूरी तरह सपा को वोट दिया लेकिन हाल के हुए लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ जैसी सीट पर भी सपा हार गयी। ये साबित करता है कि मुसलमान लोकसभा चुनाव में सपा को पूरी तरह छोड़ने का मन बना चुका है।