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मुस्लिम सहारा कमेटी पंजाब” का हुआ गठन, शेख इरफान बने प्रधान

संवाद ,मज़हर आलम

कमेटी बनाने का मकसद बेसहारा गरीबों की मदद करना है।: मुख्तार आलम

जालंधर : जालंधर के गढ़ा की मदीना मस्जिद में मुस्लिम भाईचारे की मीटिंग हुई, जिसमें बंगाली भाईचारे के लोगों ने विशेष रूप से भाग लिया।
इस मौके पर मीटिंग में निर्णय लिया गया कि प्रवासी मुस्लिम भाइयों की कई समस्याएं हैं, जिनका समाधान करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
मीटिंग में निर्णय लिया गया कि इसके लिए औपचारिक रूप से एक वेलफेयर कमिटी का गठन किया जाए। जिसके तहत कल्याणकारी कार्य किए जाएं। सभी मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने “मुस्लिम सहारा कमेटी पंजाब” के नाम से कमेटी बनाने का ऐलान किया।
सर्वसम्मति से कमेटी के सदस्यों का ऐलान भी किया गया जिसमें गढ़ा मस्जिद के प्रधान मुहम्मद मुख्तार आलम को सरपरस्त बनाया गया, शेख मुहम्मद इरफान को कमेटी का प्रधान, अब्दुलहैई मियां को उप प्रधान, अबू तालिब को सचिव, शेख अली को उप सचिव , साबिर मुल्लाकिस कैशियर, शेख राजू उप कैशियर बनाया गया।
इसी तरह शेख मुहम्मद असलम, मुहम्मद सादिक, शेख अनवर, मुहम्मद रियाज, मुहम्मद जाकिर, मुहम्मद मुकर्रम, शेख समदुल, इंतजार ठेकेदार,शाह नूर, शेख नूर व अन्य को मुस्लिम सहारा कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
वहीं प्रधान बनने पर शेख मुहम्मद इरफान ने कहा कि मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने जो जिम्मेदारी मुझे दी है उसे मैं अच्छी तरह निभाऊंगा। मुस्लिम समाज की बहुत सारी समस्याएं हैं जिसे मिल बैठकर उनका समाधान करूंगा। उन्होंने कहा कि इस कमेटी का मेन दफ्तर गढ़ा में होगा।
कमेटी के सरपरस्त मोहम्मद मुख्तार आलम ने कहा कि हमारा मकसद समाज के जरूरतमंद बेसहारा, विकलांग, बीमार, विधवाओं, अनारथा और बेसहारा लोगों की देखभाल और उनका कल्याण करना है।