राजभाषा ,काजभाषा, राष्ट्रभाषा बनवाइये
आगरा। डॉक्टर आंबेडकर विश्वविद्यालय के पालीवाल परिसर स्थित के.एम.आई.के सूर कक्ष में हिंदी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां शारदे की मूर्ति पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर शारदे वंदना श्रीमती प्रीति यादव द्वारा प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में लोकगीत, कव्वाली ,कजरी , सोहर आदि लुप्त होती विधाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए हिंदी की दशा और दिशा पर रविंद्र गौतम ने तथा भाषा के महत्व पर रविंद्र चौधरी ने कुछ इस तरह कि – “भाषा सिर्फ़ भाषा नहीं होती, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर तथा मानवीय मूल्यों एवं प्रतिष्ठा की संवाहक होती है” अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा स्वरचित कविता का पाठ भी किया गया।
जिसमें नूतन अग्रवाल ज्योति ने –
“राजभाषा ,काज भाषा ,राष्ट्रभाषा बनवाइये
पूरब पश्चिम तक उत्तर दक्खिन तक दूर दूर दूर तक हिंदी पहुंचाइये “कहकर राजभाषा हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने का आह्वान किया। वहीं बॉबी कुमार ने यह कहकर कि-“है यह बिल्कुल हकीकत ना मेरा भरम हिंदी ने ही सिखाया है मानव धरम
राज भाषा है हिंदी तो फिर दोस्तों बोलने में इसे हमको कैसी शरम” हिंदी के प्रचार –प्रसार पर जोर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह एवं आईईटी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह विशेष अतिथि रहे रहे । कार्यक्रम की अध्यक्षता शोध कोऑर्डिनेटर डॉ प्रदीप श्रीधर ने की कार्यक्रम का संयोजन विनय कुमार व कार्यक्रम का संचालन नूतन अग्रवाल ‘ज्योति’ व प्रीति यादव ने किया और कार्यक्रम में सतीश चंद्र ,शिव कुमार ,विकास सिंह , दौलत राम ,अखिलेश कुमार हरिओम ,नवनीत पाल , सत्येंद्र कुमार यादव, मशूद अहमद ,अशोक ,चंचल,पूनम माया ,लक्ष्मी ,प्रियंका आदि की सहभागिता रही।