श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल में छात्रों को टीबी के प्रति किया जागरुक
संवाद:- दानिश उमरी
मथुरा। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत अब स्कूली छात्रों को टीबी के प्रति जागरुक किया जा रहा है। छाता के श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल में जिला क्षय रोग केंद्र द्वारा छात्रों को जागरुक किया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संजीव यादव ने बताया कि बच्चे टीबी के प्रति जागरुक होंगे तो वह अपने परिवार में भी टीबी के प्रति जागरुकता बढ़ाएंगे। इससे टीबी उन्मूलन में काफी मदद मिलेगी। आगे भी स्कूलों में जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल में जिला क्षय रोग केंद्र से डॉ. अरविंद, मुकेश कुमार और राहुल सोनी ने छात्रों को टीबी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुकेश कुमार ने बताया कि आप अपने नजदीक लोगों को यदि दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, सायंकालीन बुखार, सीने में दर्द, खांसते समय ब्लड का आना तथा बुखार का रहना आदि लक्षण हो तो तत्काल नजदीकि स्वास्थ्य केंद्र पर बलगम की जांच करवाने के लिए प्रेरित करें ।
स्कूल के प्रिंसिपल गौरव देषमा ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि टीबी की सभी जांच व उपचार पूर्णतया निःशुल्क उपलब्ध है । उपचार के दौरान निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रति माह 500 रुपए की धनराशि भी उन्हे दी जाती है । उन्होंने बच्चों को यह भी कहा आप सीधे किसी से यह न कहें कि आपको टीबी है, बल्कि उसके अंदर टीबी के लक्षण होने पर उन्हें उनके नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर अपनी जांच करवाने के लिए प्रेरित करें।
जिला क्षय रोग अधिकारी और सेंट्रल टीबी डीवीजन के डॉ. निषांत कुमार ने श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल के प्रयासों व सहयोग की सराहना की।स्कूल के छात्र राहुल ने बताया कि कार्यक्रम में टीबी के बारे में काफी जानकारी दी गई आज मुझे पता चला की सजग रहें तो टीबी जैसी बीमारी को मात दी जा सकती है।छात्र तरुण ने बताया कि टीबी की जांच व सरकार मुफ्त कर रही है हमें केवल सजग रहने और लक्षण दिखने पर जांच कराने की आवश्यकता है।