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जौहर यूनिवर्सिटी में खुदाई, लाइब्रेरी से चोरी हुईं किताबें मिलने का दावा

रामपुर,समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के नगर विधायक आजम खान और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. उनके विधायक बेटे अब्दुल्लाह आजम खान के बेहद करीबी दो मित्रों को पुलिस ने जुआ खेलते हुए वायरल हो रहे वीडियो के मामले में 3 दिन पहले ही गिरफ्तार किया था. इनसे हुई पूछताछ में कई गंभीर मामले सामने आए.

इसके बाद बीते दिन जौहर यूनिवर्सिटी में जेसीबी से खुदाई करके नगर पालिका रामपुर की एक कीमती सफाई मशीन बरामद की गई थी. इसी क्रम में आज भी कार्रवाई हुई है पुलिस रिमांड पर लिए गए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर आज पुलिस में यूनिवर्सिटी कैंपस बिल्डिंग में बनी लिफ्ट शाफ्ट में छुपा कर रखी गई बेहद कीमती किताबों को बरामद किया है.

बताया जाता है कि यह किताबें मदरसा आलिया लाइब्रेरी से चोरी की गई थी और इस मामले में 2019 में एफआईआर की गई थी. मदरसा आलिया लाइब्रेरी की स्थापना 1774 में नवाब रामपुर ने की थी, जिसे राजकीय ओरेंटल कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था. इनकी बरामदगी के बाद पुलिस अब दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड बढ़ाने के लिए एक बार फिर न्यायालय का रुख कर रही है.

उल्लेखनीय है कि यह बरामदी की बेहद गंभीर है और आजम खान की मुश्किलें बढ़ाने वाली है. पुलिस ने बताया कि 2019 में चोरी का एक मुकदमा लिखाया था, उसमें 7 अभियुक्त जेल जा चुके थे और 2500 किताबें बरामद हो गयी थी, बाकी बचे 7000 किताबें बची हुई थी, अनवर और सालिम की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी में लिफ्ट के नीचे से किताबें बरामद हुई है.

रामपुर पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने कबूला कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की शह पर किताबें चुराई गई थी और इन्हीं की शह पर छुपाया गया था जो उस वक़्त कर्मचारी थे, वे सब मुल्जिम बनेंगे, इनकी पीसीआर अप्लाई कर रहे हैं फिर पीसीआर पर लेकर और चीजें बरामद करेंगे.

इस मामले पर मदरसा आलिया के प्रधानाचार्य जुबेर अहमद का कहना है कि 2016 में ओरिएंटल कॉलेज की बिल्डिंग पर मंत्री द्धारा कब्जा कर लिया फिर उसको अपनी ट्रस्ट के नाम कराया, उस मामले में 2019 में एफआईआर दर्ज हुई जिसमें लगभग 2500 किताबें बरामद हो गई थी, बाकी किताबें रह गई थीं, बची हुई किताबें आज बरामद हुई है.