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शिवपाल यादव को विधानसभा में नहीं मिली आगे की सीट

सत्र से पूर्व अखिलेश ने किया पैदल मार्च

लखनऊ।प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को विधानसभा में आगे की सीट नहीं मिलेगी. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर आगे की सीट देने की मांग की थी. पार्टी का कहना है कि वह वरिष्ठ सदस्य हैं और एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. ऐसे में उनको आगे की सीट दी जाए. बताया जा रहा है कि तकनीकी आधार पर यह पत्र गलत था. इसके चलते शिवपाल को आगे की सीट नहीं मिली.

असल में विधानसभा में ई-विधान सिस्टम लागू होने के कारण सभी सदस्यों के बैठने का स्थान तय कर दिया गया है. उनकी सीट पर लगा लैपटॉप तभी चालू होगा, जब अपनी तय सीट पर बैठेंगे. सदन नेता प्रतिपक्ष की सीट सबसे आगे रहती है. इसी पर अखिलेश यादव बैठते हैं. उनके पीछे की पंक्ति में शिवपाल यादव बैठते हैं. चूंकि विपक्ष में सपा ही मुख्य दल है. कांग्रेस के दो और बसपा के एक विधायक ही हैं. ऐसे में सपा समय-समय पर अपने सदस्यों को आगे-पीछे बिठाने के लिए स्पीकर से अनुरोध करती रही है.

वहीं आज विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले अखिलेश यादव सपा कार्यालय से पैदल मार्च के लिए निकले. वो बेरोजगारी, महंगाई और महिलाओं के शोषण का मुद्दा पर सपा नेता सड़क पर उतरे थे. विधानसभा तक पहुंचने से पहले पुलिस ने उन्हें रोक लिया. यहां सपा के विधायक और कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस के मुताबिक, सपा नेताओं ने तय रूट को फॉलो नहीं किया था. अखिलेश अपने आवास के पास ही सड़क पर बैठ गए हैं. यही धरना-प्रदर्शन शुरू हो गया. करीब डेढ़ घंटे चले धरने के बाद अखिलेश अपने कार्यालय के लिए लौट गए. अब यहां आगे के प्रदर्शन की रणनीति तैयार की जा रही है.

जिस वक्त सपा नेता सड़क पर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे.विधानसभा में मानसून सत्र की कार्रवाई चल रही थी. यहां कोरोना काल में मरने वाले विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई. लखीमपुर खीरी की गोला सीट से विधायक अरविंद गिरि के राजनीतिक कॅरियर पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद बोले. इसके बाद मानसून सत्र को स्थगित कर दिया गया.