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भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुसलमानों और कमज़ोर वर्गों के बीच कार्य योजना पर राहुल गांधी से हुई चर्चा- शाहनवाज़ आलम

संविधान के प्रस्तावना से सेकुलर शब्द हटाने और पूजा स्थल अधिनियम 1991 को बदलने की कुत्सित कोशिशों पर हुई बातचीत

बुनकर कांग्रेस के गठन का दिया सुझाव

कोच्चि, केरल. राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकले भारत जोड़ो यात्रा में शामिल उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कल राहुल गाँधी से विस्तृत बातचीत कर पसमांदा मुसलमानों और दलित-पिछड़े वर्ग के बीच पहुँच बढ़ाने के लिए सुझाव दिये.

कोच्चि, केरल से जारी प्रेस विज्ञप्ति में शाहनवाज़ आलम ने बताया कि यात्रा के दौरान राहुल जी से बातचीत में उन्होंने सुझाव दिया कि दलितों में भूमिहीनता की समस्या के समाधान के लिए किसान मांग पत्र की तरह भूमि मांग पत्र भरवाया जाए ताकि सत्ता में आने पर दलित वर्ग के भूमिहीन लोगों को इंदिरा गांधी सरकार की तरह पट्टे दिये जा सकें. दूसरे, दलित वर्ग को बजट में मिलने वाले स्पेशल कंपोनेंट प्लान की तर्ज पर पिछड़े वर्ग के विकास के लिए भी बजट में 27 प्रतिशत हिस्सा तय कर दिया जाए. इससे पिछड़े मुसलमानों को भी लाभ होगा.

वहीं फिशरमैन कांग्रेस की तर्ज पर उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर बुनकर कांग्रेस के गठन का सुझाव दिया. ताकि हर जाति, धर्म और क्षेत्र के बुनकरों को एक साथ जोड़ा जा सके. इसके अलावा उन्होंने वर्धा में गांधीवादी विचारधारा के लिए चलने वाले प्रशिक्षण केंद्र की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी एक सेंटर बनाने का सुझाव दिया.

3570 किलोमीटर लम्बी भारत जोड़ो यात्रा में बतौर भारत यात्री शामिल शाहनवाज़ आलम ने बताया कि इन सुझावों के अलावा संविधान की प्रस्तावना से समाजवाद और सेकुलर शब्द हटाने के मोदी सरकार के कुत्सित प्रयासों व पूजा स्थल अधिनियम 1991 में बदलाव की कोशिशों और इसमें न्यायपालिका के एक हिस्से के संविधान विरोधी रवैय्ये पर भी बातचीत हुई.