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महानिदेशक, के.यू.चि.अ.प. ने गाजियाबाद में माइक्रोबायोलॉजी लैब का उद्घाटन किया

नई दिल्ली / गाज़ियाबाद, प्रो. आसिम अली ख़ान, महानिदेशक, केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (के.यू.चि.अ.प.), आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने परिषद के औषधि मानकीकरण अनुसंधान संस्थान (औ.मा.अ.सं.), गाज़ियाबाद में एक नई सूक्ष्मजैविकी (माइक्रोबायोलॉजी) प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
यह प्रयोगशाला आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी (एएसयू) औषधियों के नमूनों के सूक्ष्मजीव अध्ययन करने के लिए परिष्कृत और अत्याधुनिक उपकरणों के साथ स्थापित की गई है। प्रयोगशाला का उपयोग एकल और मिश्रित एएसयू दवाओं के आंतरिक अनुसंधान और मानकीकरण के लिए किया जाएगा। इस सुविधा का लाभ एएसयू उद्योग संस्थानों के साथ-साथ दवाओं के अनुसंधान और विकास में लगे अन्य सरकारी और निजी संगठनों द्वारा भी उठाया जा सकता है।
इस अवसर पर प्रो. ख़ान ने संस्थान के सभी अनुभागों और प्रयोगशालाओं का दौरा किया और कामकाज की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने सभी उपकरणों का जीवंत प्रदर्शन भी देखा और इस की सराहना की। डॉ. आसमा सत्तार, प्रभारी, औ.मा.अ.सं. और डॉ. आर पी मीणा, नोडल अधिकारी-औ.मा.अ.सं., के.यू.चि.अ.प. मुख्यालय ने संस्थान में चल रही अनुसंधान परियोजनाओं से उन्हें अवगत कराया।
प्रो. खान ने संस्थान के अनुसंधान कर्ताओं और कर्मचारियों के साथ भी बातचीत की और उन्हें यूनानी चिकित्सा के अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जिससे मानव जाति को लाभ हो।