- राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, गन्ना विकास एवं चीनी मिल, उत्तर प्रदेश सरकार
- फ़िल्म स्टार संगीता बिजलानी के कर कमलों से वितरित हुए अवार्ड्स
संवाद:- दानिश उमरी
आगरा। ताज होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में टेफ्लाज द्वारा सुगर समिट 2022 कांफ्रेंस के अंतिम दिन अवार्ड्स वितरण कर उत्कृष्टता का सम्मान करने और चीनी और इथेनॉल व्यवसाय में शामिल भविष्य और वर्तमान व्यापारिक समुदायों को प्रेरित करने के लिए सम्मानित किया गया। राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, गन्ना विकास एवं चीनी मिल, उत्तर प्रदेश सरकार व फ़िल्म स्टार संगीता बिजलानी ने शुगर समिट अवार्ड्स की विभिन्न श्रेणी के विजेताओं को सम्मानित किया।
शुगर समिट अवार्ड्स 2022 के विजेता वे व्यक्ति और कंपनियां हैं। जिन्होंने उत्कृष्टता, नैतिक मानकों और कॉर्पोरेट प्रशासन में मानक स्थापित किए हैं। साथ ही चीनी उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा वैश्विक चीनी बाजारों में चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा भी हुई। कैलाश सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर, टेफ्लाज और आयोजक शुगर समिट 2022 ने कहा,”शुगर समिट दुनिया भर में चीनी और इथेनॉल उद्योग के खिलाड़ियों के लिए पसंदीदा वार्षिक बैठक है। आयोजन के दौरान, चीनी और इथेनॉल उद्योग के प्रमुख और भारत और विदेशों के व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी पर व्यापक ध्यान देने के साथ चीनी और इथेनॉल बाजार के भविष्य पर चर्चा को प्रोत्साहित करने के लिए एकत्र हुए। इस मंच के माध्यम से उद्योग की बड़ी कंपनियों के साथ उत्कृष्ट नेटवर्किंग अवसर भी मिला।”
शनिवार की शाम ताज होटल एंड कंवेंशन सेंटर में शुगर समिट अवार्ड्स का वितरण रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच हुआ। इस अवसर पर दर्शकों ने दिलकश फैशन शो का आनंद भी लिया। कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण थीं बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा संगीता बिजलानी जिन्होंने मॉडल्स के साथ रैंप वॉक किया। रियलिटी शो विजेता बंधुओ शारिब और तोषी ने भी अपनी सुमधुर गायकी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इससे पहले शुगर समिट 2022 कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र में श्री गैरेथ फोर्बर, डायरेक्टर ऑफ शुगर , एलएमसी इंटरनेशनल लंदन, श्री यतिन वाधवामा, डायरेक्टर, ग्रेडिएंट कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड व रॉबिन शॉ, सलाहकार, मारेक्स ने विश्व में चीनी आपूर्ति और मांग विषय पर चर्चा करते हुए ब्राजील द्वारा अधिकतम चीनी उत्पादन और यूरोपीय संघ में बीट (चुकंदर) की फसल पर ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव की चर्चा की।
दूसरे सत्र में भारत में चीनी की आपूर्ति और मांग पर चर्चा हुई। इस दौरान श्री हर्ष सोनी, फाउंडर ग्रीन लीफ कारपोरेशन ने भारत द्वारा सुक्रोज का उत्पादन चार करोड़ टन तक पहुंचने और इससे अधिक उत्पादन क्षमता पर चर्चा की। चर्चा के दौरान भविष्य में भी भारत के सुक्रोज निर्यातक बने रहने पर भी प्रकाश डाला गया।
तीसरे सत्र में ब्रांडेड चीनी के विकास पर चर्चा करते हुए श्री रवि गुप्ता, डायरेक्टर, रेणुका शुगर्स लिमिटेड ने कमोडिटी ब्रांड्स के विकास पर चर्चा की । उन्होंने इस दौरान उत्पादकों द्वारा ब्रांडेड चीनी के बाजार से कैसे फायदा उठा कर कौन अग्रणी होगा, इस विषय पर चर्चा की।
चौथे सत्र में श्री विजय सरदाना अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय, तकनीकी-कानूनी, आईपीआर और अनुबंध मामलों में विशेषज्ञ, श्री प्रकाश बी, मैनेजिंग डायरेक्टर भारत एनर्जी स्टोरेज टेक्नोलॉजी प्रा. लिमिटेड, कर्नल मनीष आहूजा, मैनेजिंग डायरेक्टर, पंजाब रिन्यूएबल एनर्जी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड व श्री बिमल जिंदल, हेड-ग्रीन एनर्जी डेवलपमेंट, लार्सन एंड टर्बो के पैनल ने ग्रीन हाइड्रोजन के ईंधन के विकल्प के रूप में प्रगोग पर चर्चा की।
पांचवें सत्र में चीनी उद्योग के तकनीकी पहलू व विश्व के किन हिस्सों में चीनी और कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं विषय पर श्री नागराज मेदा, मैनेजिंग डायरेक्टर ट्रांसग्राफ कंसल्टिंग प्रा. लिमिटेड ने जानकारी दी। छठे सत्र में चीनी उद्योग को सरकार से क्या उम्मीदें हैं, इस विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन हुआ। इस चर्चा में विशिष्ट अतिथि माननीय राज्य मंत्री श्री संजय सिंह गंगवार, गन्ना विकास एवं चीनी मिल, उत्तर प्रदेश सरकार थे व केंद्र सरकार की तरफ से सुबोध सिंह आईएएस, संयुक्त सचिव चीनी खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग, भारत सरकार उपस्थित थे।
चर्चा में भाग लेते हुए श्री सुबोध सिंह ने कहा, “वर्ष 2022-23 के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन रिकॉर्ड 465.05 मिलियन टन अनुमानित है। 2022-23 के दौरान गन्ने का उत्पादन, 373.46 मिलियन टन औसत गन्ना उत्पादन की तुलना में 91.59 मिलियन टन अधिक है। एथनॉल के उत्पादन में गन्ने का उपयोग भी 2022-23 में मौजूदा सत्र के मुकाबले अधिक होने की संभावना है। अगले सत्र में करीब 45-50 लाख टन गन्ना एथनॉल के लिये इस्तेमाल किये जाने की संभावना है, जबकि मौजूदा सत्र में 35 लाख टन गन्ने का इस्तेमाल किया गया है।”
इस पैनल डिस्कशन में चीनी उद्योग के विशेषज्ञों श्री अतुल चतुर्वेदी, एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड, श्री आदित्य झुनझुनवाला, मैनेजिंग डायरेक्टर, के एम शुगर मिल्स लिमिटेड और प्रेसिडेंट इस्मा व श्री रवि गुप्ता, डायरेक्टर, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड ने प्रतिभाग किया। सातवें सत्र में घरेलू संस्थागत खपत विषय पर श्री सोमनाथ चटर्जी, वाईस प्रेसिडेंट ( हेड ऑफ प्रोक्योरमेंट एंड लॉजिस्टिक्स) · आईटीसी लिमिटेड ने प्रकाश डाला।
अंतिम सत्र में शुगर इंडस्ट्री मूल्य के प्रभाव पक्ष पर पैनल डिस्कशन हुआ। इस पैनल डिस्कशन के मॉडरेटर अतुल चतुर्वेदी, एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड थे। इस पैनल डिस्कशन में श्री रवि गुप्ता, डायरेक्टर, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड, श्री राहिल शेख, मैनेजिंग डायरेक्टर, एमईआईआर कमोडिटीज, श्री प्रफुल्ल विठलानी, प्रेसिडेंट आईएएसटीए, हर्ष सोनी, ग्रीन लीफ कॉर्पोरेशन, पंकज कसेरा, चेयरमैन शुगरकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, श्री अनिल कपूर, पार्टनर एसडीओपी, श्री अनूप कुमार, एमडी और सीईओ सुकडेन इंडिया ने प्रतिभाग किया।
शुगर समिट का आयोजन तीन हिस्सों में आयोजित हुआपूरे आयोजन को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया; सम्मेलन क्षेत्र, प्रदर्शनी क्षेत्र और पुरस्कार। सम्मेलन के दौरान विशेषज्ञोन ने चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने सम्मेलन में आए प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए और चीनी उद्योग में भविष्य में होने वाले बदलावों और चुनौतियों के विषय में भी जानकारी दी। प्रदर्शनी के दौरान कंपनियों के लिए सहयोग, निवेश और व्यवसाय विकास के लिए अपने उत्पादों, प्रौद्योगिकियों और सेवाओं को प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच मिला।