आपका जीवन सादगी, ईमानदारी और बहादुरी का प्रतीक रहा : राहुल चाब्बा
लुधियाना: इश्मीत सिंह अकादमी में खालसा टीम 1699 की ओर से पंजाब के पूर्व शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की पहली बरसी के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि भेंट करते हुए धर्म और किरदार के विषय पर सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लुधियाना के एडीसी श्री राहुल कुमार चाब्बा, शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी, ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम जसदेव सेखों, प्रोफेसर विनय कुमार सोफत, दविंदर नागी, सरबजीत सिंह रेणुका पीएयू, गुरजिंदर सिंह बी.आर.ओ लुधियाना, मुहम्मद मुस्तकीम ने संबोधन किया।
मरहूम शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी की जीवनी पर उनकी पुरानी तस्वीरों और एतिहासिक तथ्यों के आधार पर एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। इस अवसर पर धर्म और किरदार को लेकर सर्व धर्मों के विद्वानों ने विस्तार के साथ अपने-अपने विचार पेश किए जिनको सभी श्रोताओं ने सराहा। श्री राहुल चाब्बा एडीसी लुधियाना ने इस अवसर पर कहा कि स्वर्गीय पूर्व शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी का जीवन समाज और देश के लिए समर्पित था, इमाम जी महान स्वतंत्रता सेनानी परिवार के मुखिया थे और आप ने हमेशा ही लोगों को ईमानदारी और निडरता से जीवन व्यतीत करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह इमाम साहिब की सबसे बड़ी नेकी थी कि मुस्लिम समाज के शाही इमाम होने के साथ-साथ उनका सर्व धर्मों के लोगों के साथ ऐसा प्यार था कि कभी किसी को बैगानापन महसूस नहीं होने दिया। श्री राहुल चाब्बा ने कहा कि इस महान देशभक्त परिवार पर सिर्फ लुधियाना को ही नही पूरे देश को हमेशा गर्व रहा है। उन्होंने कहा कि आज इस समागम में तत्कालीन शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान जी के विचार सुन कर लगा कि अनेकता में एकता बनाए रखने का साहस इनमें अपने पिता जी की तरह ही नजर आता है। इस अवसर पर शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि आज लुधियाना के निवासियों की ओर से मेरे पिता जी की याद में करवाए गए इस समागम से सामाजिक भाईचारे के इतिहास में एक और सुनहरे पन्ने का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता जी मरहूम पूर्व शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने हमें हमेशा सिखाया कि हालात कैसे भी हों हमेशा सच का साथ देना है, हराम के लुकमे से बचना और गरीब की मदद करना है, बिना धर्म और जात-पात को देखे जरूरतमंद की मदद करनी है तभी जीवन में खुदा की मदद साथ रहेगी। इस अवसर पर खालसा टीम 1699 की और से सरदार गुरसाहिब सिंह, दविंदर सिंह, शिवम अरोड़ा, हेमंत गोयल, अगम सिंह और महिंदर सिंह ने आए हुए मेहमानों का सम्मान भी किया।