श्रीमन:कामेश्वर मन्दिर गली, रावतपाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र का नजारा अयोध्या नगरी सा दिखाई दिया
आगरा , श्री मनकामेश्वर रामलीला में आज प्रभु श्री राम जी ने तीनों भाइयों सहित, बाबाश्री मनकामेश्वर नाथ जी के दरबार में पूजन कर, आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर पर, श्री महन्त द्वारा चारों भाइयों की आरती कर बरात प्रारंभ की गई।
श्रीमन:कामेश्वर मन्दिर गली, रावतपाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र का नजारा अयोध्या नगरी सा दिखाई दिया। शाम ढलने के साथ ही, पुराना शहर रंग-बिरंगी रोशनी से रोशन हो गया। बैंडबाजे बजने लगे। सफ़ेद घोड़ों को देखने के लिए भक्तों की भीड़, घोड़ों के आसपास जमा होने लगी। बाबाश्री मनकामेश्वर नाथ जी चौक के बाहर लगी सतरंगी रोशनी जगमगाने लगी।
श्री मनकामेश्वर नाथ चौक में सफेद घोड़ों पर विराजमान होने तक, श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के स्वरूपों पर पुष्प वर्षा होती रही।
बरात में सबसे आगे भगवान श्रीगणेशजी की झॉंकी, ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम के साथ चल रही थी।
इस अवसर पर, विशेष रूप से सुहाग बैंड एवं दरबार बैंड ने संयुक्त रूप से उपस्थित होकर बाबाश्री मनकामेश्वर नाथ जी के संरक्षण में, चारों भाइयों के साथ अपनी सेवाएँ दी।
दरबार और सुहाग बैंड की रोशनियों ने, अदभुत छटा बिखेर कर, लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था।
एन० सी० सी० के छात्रों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने व्यवस्था बनाने में सहयोग प्रदान किया। आगरा ताइक्वांडो के शिक्षार्थियों ने (विशेष रूप से लड़कियों द्वारा) लकड़ी के पट्टों को तोड़कर, अपनी अदभुत कला का प्रदर्शन कर, लोगों को अचम्भित कर दिया।
इस अवसर पर, विभाग प्रचारक आनन्द जी , अनूप यादव जी , मुनेन्द्र जादौन , आदर्श नंदन जी , रिक्की शर्मा , बंटी ग्रोवर (शांतिदूत), श्रीमती निर्मला दीक्षित , सोनी त्रिपाठी, पंकज खंडेलवाल, अमर गुप्ता , निशांत , राकेश चौहान , शैलेंद्र एवं श्रीमती दीप्ती गर्ग, श्रीमती रेखा पांडे, श्रीमती भावना अग्रवाल , बबीता अग्रवाल, श्रीमती लक्ष्मी जी , अनिरुद्ध पायल प्रियांशी माथुर , आदि की उपस्थिति, विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।
बरात के लौटने के पश्चात्, श्रीमती दीप्ती गर्ग के संरक्षण में, चारों भाइयों की आरता उतार कर, बरात को विश्राम दिया गया।