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35 वे गुरमत समागम में गुरूद्वारा गुरु के ताल पर वही काव्य धारा

आगरा ,ऐतिहासिक गुरूद्वारा गुरु का ताल पर 35 वे गुरमत समागम में तीन दिवसीय आयोजन के पहले दिन काव्य पाठ में नोवे गुरु तेग बहादुर साहिब जी एवं छठे गुरु हर गोविंद साहिब जी के जीवन वृतांत पर प्रकाश डाला।

इससे पूर्व आज के दीवान की आरंभता दरबार साहिब हाल में सोदर शब्द चौकी रहिरास साहिब के पाठ से हुई
कवि दरबार की शुरुआत दिल्ली से पधारे गुरुचरन सिंह चरन ने
ऐतिहासिक शहर है आगरा शहर है जेड़ा चऊ गुरूओ ने चरन पाए ऐथे
पहली पातीशाही गुरु नानक देव जी सी ते
छठवे पातिशाही हरगोविंद आए का पाठ करते हुए बतया की यहां गुरु नानक देव जी, गुरु हरगोविंद साहिब जी,गुरु तेग बहादुर साहिब जी एवं गुरु गोविंद सिंह जी आगरा की धरती पर आए

महेन्दर जी ने नानक दी जोत नौवीं अवतार नौवें पातशाह ,
मत्था तेनू टेकदा है संसार सारा
मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी ने सभी गुणी जनों को गुरु घर का सरोपा देकर सम्मानित किया

बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि 2 तारिख को दूसरे दिन पहले दीवान की आरंभता सुबह 9 बजे और दूसरे दीवान की आरंभता शाम 7 बजे से होगी,
जिसमे विशेष रूप से सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीरीत सिंह श्री अकाल तख़्त साहिब , ज्ञानी रंजीत सिंह गुरूद्वारा बंगला साहिब दिल्ली के अतिरिक्त रागी भाई कुलदीप सिंह अमृतसर दीवान में हाजिरी लगाएंगे,

इस मौके पर डाक्टर बाबा रजिंदर सिंह जी नांदेड़, बाबा जंग सिंह जी पंजाब, बाबा जसपाल सिंह जी पंजाब, बाबा ठाकुर सिंह जी धोलपुर, मौजूद रहे,