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वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा का हुआ अनावरण

संवाद , दानिश उमरी
आगरा।  यमुना किनारा रोड़ पर यमुना आरती स्थल के सामने वीर शिरोमणि एवं पराक्रमी महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा का अनावरण एवं सम्बोधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर नवीन जैन ने की। अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रो, एसपी सिंह बघेल मौजूद रहे। इसके अलावा राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे, कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, विधायक पुरूषोत्तम खंडेलवाल, विधायक छोटे लाल वर्मा, क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर हरिवंश सिंह जी, वीरेन्द्र सिंह बांगड़, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह और रामप्रताप सिंह चौहान, क्षत्रिय सभा जिला आगरा के अध्यक्ष भंवर सिंह चौहान, कार्यकारी अध्यक्ष जवाहर सिंह जादौन, विजय पाल सिंह चौहान, गजेन्द्र सिंह परमार, वीरेन्द्र सिंह चौहान, ज्योति जादौन आदि मंचासीन अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

अनावरण से पूर्व कार्यक्रम स्थल पर मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान से हवन यज्ञ संपन्न हुआ। जिसमें सभी अतिथियों और समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और यज्ञ हवन में आहुति डाली। इसके बाद मुख्य अतिथि एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रो एस पी सिंह बघेल, महापौर नवीन जैन और अन्य जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा का दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया गया। इस दौरान समाज के समर्थकों ने जोर-शोर से नारे लगाते हुए अपने समाज के वीर महापुरूष की प्रतिमा शहर में स्थापित किये जाने की खुशी जाहिर की।

मुख्य अतिथि एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रो एस पी सिंह बघेल ने अपने उदबोधन में महाराणा प्रताप के जीवन इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह से महाराणा प्रताप ने संघर्ष पूर्ण जीवन जीते हुए अकबर से लोहा लिया। महाराणा प्रताप ने मुगलों को कई बार युद्ध में हराया और पूरे मुगल साम्राज्य को घुटनों पर ला दिया था। प्रो. बघेल ने महापौर नवीन जैन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ऐसे वीर पराक्रमी, शौर्य के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा आगरा शहर में स्थापित कराकर यह दर्शाने का काम किया कि यह आगरा मुगलों का नहीं बल्कि ऐसे वीर महापुरूषों का शहर है जिन्होंने देश की रक्षा और नैतिक सिद्धान्तों की खातिर जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। महाराणा प्रताप के अलावा राणा सांगा भी ऐसे वीर पराक्रमी थे जिन्होंने मुगलों से डटकर सामना किया। आगरा शहर उनके इतिहास से भी अछूता नहीं है। वास्तव में हमारी आने वाली पीढ़ी को ऐसे वीर जवानों और महापुरूषों के इतिहास के बारे में जानना चाहिए।

संबोधन कार्यक्रम के दौरान महापौर नवीन जैन ने कहा कि जब क्षत्रिय सभा के पदाधिकारियों से उनसे मुलाकात कर महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा स्थापित किये जाने की मांग की थी तो उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि जिस महापुरूष की शौर्य की गाथाएं हम बचपन में पढ़कर बड़े हुए हैं ऐसे वीर पराक्रमी की मूर्ति या प्रतिमा आगरा में कहीं भी नहीं लगी है तो उन्होंने सहज ही इस मांग को स्वीकार किया था। आज मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि अपने इस वादे को पूरा करते हुए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की प्रतिमा का अनावरण हुआ। हमारी आने वाली पीढ़ी जब यहां से गुजरेगी तो वह इस भव्य प्रतिमा को देखकर उनके बारे में जानेगी और वीर महापुरूष के शौर्य इतिहास से भी परिचित होगी।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि महाराणा प्रताप जी की यह प्रतिमा लगभग 1600 किग्रा वजन की है। जिसकी ऊंचाई लगभग 16 फुट है और इस प्रतिमा को तैयार करने में लगभग 26 लाख रूपये की लागत आई है। इस प्रतिमा को जयपुर के शिल्पकार श्री एवं श्रीमती निर्मल जी ने मिलकर तैयार किया है।

क्षत्रिय सभा आगरा के अध्यक्ष भंवर सिंह चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप ने देश के स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी। ऐसे महापुरुष की प्रतिमा स्थापित करवाकर महापौर नवीन जैन ने आज इतिहास रच दिया है। महाराणा प्रताप किसी एक समाज के नहीं बल्कि सर्व समाज के महापुरुष है। महापौर ने वर्षों पुरानी हमारी मांग को एक बार में स्वीकार कर प्रतिमा लगवाई, इसके लिए आपको अपने समाज की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ।

क्षत्रिय सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर हरिवंश सिंह ने कहा कि महापौर नवीन जैन को धन्यवाद देता हूँ जो उन्होंने वीर महापुरुष महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाकर नेक काम किया है। मैं क्षत्रिय सभा आगरा को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने इस दिशा में प्रयास किया।

कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि धन्य हैं आगरा के महापौर, जिन्होंने अनेक महापुरुषों की प्रतिमाएं शहर में लगवाकर उनका तर्पण करने का काम किया है। हमारी विरासत को सहेजने का काम किया है। आज शौर्य के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण हुआ। आज ऐतिहासिक दिन है। प्रतिमाओं का अनावरण इसलिए होता है कि हमारी आने वाली पीढियां उनके बारे में और उनके शौर्य की गाथा जान सकें।

राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे ने कहा कि आज आगरा का स्वर्ण इतिहास का दिन है। आज ऐसे महापुरुष की प्रतिमा का अनावरण होने जा रहा है जिसने राष्ट्रभक्ति की खातिर हर संघर्ष का सामना किया। सांसद दुबे ने महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए युद्ध पर भी प्रकाश डाला।

विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि मैं महापौर और सभी पार्षदों को बधाई देना चाहता हूँ। हम बचपन में इसी स्थान पर महाराणा प्रताप के शौर्य गीत गाते थे। यह हमारा सौभाग्य है आज इसी स्थान पर प्रतिमा स्थापित की गयी है। नवरात्र के मौके पर तीन कुल के महापुरुषों की प्रतिमा लगाई है। महाराजा अग्रसेन, वीर गोकुल सिंह जाट और आज महाराणा प्रताप।

पूर्व विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने कहा कि महापौर नवीन जैन ने न केवल महाराणा प्रताप की बल्कि अन्य महापुरुषों की प्रतिमा लगवाने का काम किया है। मैं क्षत्रिय समाज को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने अपनी विरासत, संस्कृति को ध्यान में रखते हुए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाने का प्रयास किया।

पूर्व विधायक डॉ राजेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारे वीर शिरोमणि, स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की महापौर नवीन जैन जो प्रतिमा लगाने का काम किया उससे आपने हमारे दिलों में जगह बना ली है। वास्तव में आपने एक भामाशाह के रूप में अपनी भूमिका निभाई है। आपको बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार।

कार्यक्रम में देवेन्द्र सिंह, एडवोकेट दिनेश सिकरवार, धनवीर सिंह चौहान, आर एस राठौर, आर पी सिंह जादौन, मुनेन्द्र जादौन, संजय चौहान, रामकुमार शर्मा, पवन भदौरिया, नवीन गौतम, गौरव शर्मा, मंडल अध्यक्ष धीरज जैन, शरद चौहान, हेमेंद्र पाल सिंह, भवतोष चैधरी, सपना जैन, मोहन सिंह लोधी, रवि शर्मा, अनुराग चतुर्वेदी, वर्षा शर्मा, संतोष दिवाकर, मंजुला सिंह, गोविंद पाराशर, प्रवीन जैन आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन प्रदीप अग्रवाल द्वारा किया गया।