संवाद , मो नज़ीर क़ादरी
अजमेर, मोहम्मद साहब के जन्मदिवस के रूप में मनाए जाने वाले जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जुलूस को लेकर मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पहल करते हुए आमजन से अपील की है कि वे जुलूस के दौरान भारी भरकम आवाज वाली डीजे की गाड़ियां शामिल नहीं करें।
जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस 9 अक्टूबर सूफी इंटरनेशनल के तत्वाधान में निकाला जाएगा इसको लेकर रविवार को अंदर कोट हताई पर एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जुलूस की तैयारियों को लेकर राय मशवरा किया गया। बैठक में आम सहमति से तय किया गया की मोहम्मद साहब ने अपने सभी उपदेशों में हमेशा इंसानियत और भाईचारगी के साथ-साथ अपने पड़ोसियों और अन्य लोगों को तकलीफ ना पहुंचे उस कृत्ययों से बचने की शिक्षा दी हमें अपने जीवन में उसका अनुसरण करना चाहिए। जुलूस के दौरान हमारा कोई भी कार्य ऐसा ना हो जिससे किसी को कोई तकलीफ या ठेस पहुंचे।। बैठक में अंदर कोर्ट पंचायत के अध्यक्ष मुख्तार बख्श सचिव निसार शेख ,सईद खान , जाहिद खान, काज़ी मुनव्वर अली, हाजी सरवर सिद्दीकी, अब्दुल नईम, शफीक खान, हुमायूं खान, तोसिफ खान, सलमान खान, पार्षद अज़हर खान, अहसान मिर्ज़ा, अब्दुल नईम, एस एम अकबर, शकील अब्बासी, रबनवाज जाफरी , नफीस खान, शेखज़ादा ज़ीशान चिश्ती, रईस कुरेशी, अनवर सिद्धिकी, सुहैल चिश्ती, अकबर, अजहर, उस्मान घड़ियाली खास तौर पर मौजूद रहे ,
डीजे की गाड़ियों नहीं लाने की अपील।
9 अक्टूबर को निकलने वाले जुलूस को लेकर मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने एक अपील जारी की है अंजुमन सैय्यद ज़दगन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती सूफी इंटरनेशनल के सचिव नवाब हिदायत उल्ला कहां की जुलूस के दौरान भारी भरकम आवाज वाली डीजे की गाड़ियां नहीं लाए जाएं जिससे अधिक ध्वनि प्रदूषण होता है और आसपास के लोगों को भी तकलीफ पहुंचती है जुलूस के दौरान सामान्य माइक और साउंड सिस्टम इस्तेमाल किए जाएं । उन्होंने कहा कि इस्लामिक दृष्टिकोण से भी ऊंचे आवाज वाले यंत्र इस्तेमाल नहीं होने चाहिए ऐसी गाड़ियों की वजह से जुलूस में व्यवधान उत्पन्न होता है।