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डॉ. भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में किया राष्ट्रपति औऱ पूर्व प्रधानमंत्री को याद

आगरा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर समाज विज्ञान संस्थान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर आशु रानी ने की। दोनों महापुरुषों की प्रतिमा एवं चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात कार्यक्रम में सर्वप्रथम अधिष्ठाता शोध प्रोफेसर विनीता सिंह द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। छात्रा शिवानी दुबे ने सुमधुर रामधुन प्रस्तुत की और ललित कला संस्थान के शिक्षक डॉ देवाशीष गांगुली और उनके विद्यार्थियों ने भजन प्रस्तुत किया –

वैष्णव जन तो तेने कहिए ,
पीर पराई जाने रे ।

उर्वशी मनु रानी और रीमा आदि छात्राओं द्वारा दोनों महापुरुषों के कार्यों और उनके योगदान पर पत्र वाचन किया गया ।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर आशु रानी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार कल भी प्रासंगिक थे आज भी हैं और कल भी उनकी प्रासंगिकता अक्षुण्ण बनी रहेगी ।
इन महापुरुषों की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम की सार्थकता तभी होगी जब हम उनके विचारों को आत्मसात करें ।

गांधीजी के तीन बंदरों की शिक्षाओं को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए , बुरा मत बोलो , बुरा मत देखो , बुरा मत सुनो ।

आगे आपने कहा कि समाज विज्ञान संस्थान को गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए NGO( गैर सरकारी संस्थाएं ) के साथ मिलकर काम करना चाहिए , जिससे समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी लाभान्वित हो सके। आगे आपने यह भी कहा कि संस्थान में यदि कोई सभागार है , तो उसका नाम गांधी सभागार होना चाहिए ।

पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का स्मरण करते हुए कुलपति जी ने कहा कि मैं उनके परिवार के साथ आज भी जुड़ी हुई हूं । शास्त्री जी ईमानदारी और सादगी की मिसाल थे । आधुनिक भौतिकता वादी युग में तकनीक के साथ आगे बढ़ते हुए हमें मानवता को नहीं भूलना चाहिए ।

मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए विश्वविद्यालय के वरिष्ठतम आचार्य प्रोफेसर सुगम आनंद जी ने कहा कि आज के युग में जिस नारी सशक्तिकरण की बात हम करते हैं , उसका श्रेय गांधी जी को ही जाता है । उन्होंने अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन से महिलाओं को भी जोड़ा । आज हम जिस स्वदेशी और लोकल फॉर वोकल की बात करते हैं , उसकी नींव भी गांधी जी द्वारा स्वदेशी के माध्यम से रखी गई थी ।

कार्यक्रम के अंत में कुलपति जी द्वारा विश्वविद्यालय के मालियों और सफाई कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए उपहार देकर सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम में प्रोफेसर यू.एन. शुक्ला और प्रोफेसर रणवीर सिंह द्वारा भी विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह ने किया और कार्यक्रम का संचालन समाज कार्य विभाग के शिक्षक डॉ मोहम्मद हुसैन ने किया ।

कार्यक्रम में परीक्षा नियंत्रक डॉ ओमप्रकाश , प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा , प्रोफेसर उमेश चंद्र शर्मा , प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर , प्रोफेसर संजीव कुमार , प्रोफेसर अचला गक्कड़ , प्रोफेसर रणवीर सिंह प्रोफेसर अर्चना सिंह प्रोफेसर यूएन शुक्ला प्रोफेसर संजय चौधरी डॉक्टर राजेश कुशवाहा डॉक्टर संघमित्रा सहित कुलपति सचिवालय के डॉक्टर मिनेश शर्मा श्री भू प्रकाश सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे ।