आगरा। थाना शाहगंज के अंतर्गत जगनेर रोड नरीपुरा में स्तिथि आर मधुराज हॉस्पिटल में लगी भीषण आग में हॉस्पिटल संचालक पिता , पुत्र व पुत्री की मृत्यु हो गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शार्ट शर्किट की वजह से हादसा हुआ है। बताया गया है कि हॉस्पिटल संचाकल अपने परिवार के साथ सैकंड फ्लोर पर रहते थे। जिसमें उनकी पिता गोपीचंद, पत्नी मधुराज, बेटी शालू, बेटा लवी और ऋषि शामिल हैं।
घटना जानकारी देते हुए म्रतक के पिता ने बताया कि प्रथम तल पर सुबह 5 बजे कमरे में रखे फोम के गद्दों में आग लगी। जिसकी जानकारी होते ही हॉस्पिटल कमरा खाली करने का प्रयास किया। लेकिन आग बढ़ती चली गई जो फस्ट फ्लोर से सेकेण्ड फ्लोर तक पहुँच गई। जैसे तैसे मरीज़ों औऱ घरवालों को बाहर निकाला गया। एक कमरे में शालू औऱ ऋषि बन्द रह गए थे। उनको लेने मेरा बेटा दुबारा अंदर गया। आग बहुत ज़्यादा थी।
तीनों वहीं बेहोश हो गए। आग की सूचना पर आस पास की लोगों ने फायर बिग्रेड को सूचना देकर अपने स्तर से आग पर काबू पाने की कोशिश की जो नाकाम साबित हुई। काफी मशक्कत के बाद बमकलों ने आग पर काबू पाया। उसके बाद हॉस्पिटल संचालक राजन, उनकी बेटी शालू औऱ बेटा ऋषि को बाहर निकालकर हॉस्पिटल भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
घटना की जानकारी के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही इस दुख की घड़ी में परिजनों सांत्वना दी हैं।
नरीपुर में छाया मातम
इस भीषण हादसे के बाद एक ही घर मे तीन शवों के आने के बाद नरीपुर में माताप पसरा है। सभी की आँखों मे आँसू है। मृतक हॉस्पिटल संचाकल की परिवार की चर्चा चल रही है।
परिजनों पर टूटा दुःख का कहर
अपने सामने अपने पुत्र पर पौत्री औऱ पौत्र की मौत के मंज़र को देखने वाले म्रतक के पिता गोपीचंद कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। उनकी आंखों में बस सुबह 5 बजे का वो दृश्य घूम रहा है। जिस वक्त उन्होंने आग लगते देखी थी। बस उसके बस चंद लम्हों में उनका परिवार टूट कर बिखर गया। उनका बेटा उनकी पोती, पोता उन्हें छोड़कर चले गए।