उर्स में पहुंचेगा पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था
वापसी पर लेकर जाएंगे हरिद्वार का पवित्र गंगाजल
हरिद्वार। मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक के 754 वें उर्स में शरीक होने के लिए पाकिस्तानी जायरीन (श्रद्धालुओं) का जत्था शुक्रवार को पहुंचेगा। वापसी पर यह जत्था हरिद्वार का पवित्र गंगाजल पाकिस्तान स्थित मंदिरों के लिए लेकर जाएगा।
उर्स कार्यक्रम आयोजन समिति के संयोजक व अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने बताया कि इस बार दस अक्टूबर को पीरान कलियर में एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी जत्थे के लीडर को लाहौर गुरु मंदिर और लाहौर शिव मंदिर के लिए हरिद्वार का पवित्र गंगाजल सांसद डॉ० कल्पना सैनी व पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के द्वारा भेंट करने के साथ दरगाह साबिर पाक का तबर्रूक (प्रसाद) वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स द्वारा जायरीनों को दिया जायेगा।
अफजल मंगलौरी के अनुसार भारतीय दूतावास इस्लामाबाद ने 166 यात्रियों को पीरान कलियर उर्स का वीजा प्रदान किया है। जिनमें से 155 के लगभग जायरीन भारत पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि पांच वर्ष बाद यह जत्था इस बार उर्स में सद्भावना और विश्व शांति का पैगाम लेकर भारत आ रहा है। वर्ष 2017 में 153 पाकिस्तान के यात्रियों ने उर्स में भाग लिया था।उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की बड़ी दरगाह बाबा फरीद पकपट्टन, जिनके सबसे सबसे अधिक श्लोक सिखों की पवित्र किताब गुरुग्रन्थ साहिब में लिखे है, के दीवान साहब अहमद मसूद फरीदी भी पहली बार जत्थे में पधार रहे हैं, साथ ही लाहौर की दरगाह दाता दरबार से साहिबजादा मो० शफी भी जत्थे में शिरकत कर रहे हैं। जत्थे की सुरक्षा और निगरानी के लिए पुलिस, प्रशासन व गुप्तचर विभाग को पूरी सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।
साभार , हिन्दुस्थान समाचार