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इंस्टीट्यूट ऑफ फिलॉसफी  पर शिक्षा माफिया का कब्जा , न्याय के लिए दरबदर भटक रहे साधु-संत

संवाद , दानिश उमरी

आगरा। छल कपट और झूठे साक्ष्यों के आधार पर इंस्टीट्यूट ऑफ फिलॉसफी कॉलेज वृंदावन पर दबंग नामदेव शर्मा काबिज हो गया है। दबंग और उसके गुर्गे आए दिन कॉलेज के अध्यक्ष और भजन कुटीर के प्रधान आचार्य स्वामी गोपानंद बन महाराज और कमेटी के सदस्यों जानलेवा हमले हो रहे हैं। कॉलेज के अध्यक्ष और भजन कुटीर के प्रधान आचार्य स्वामी गोपानंद बन महाराज ने बताया कि, दबंग नामदेव शर्मा के खिलाफ नामजद तीन एफआईआर दर्ज हैं. फिर भी पुलिस दबंग नामदेश शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इस वजह से पीड़ित साधु-संत न्याय के लिए दर-बदर भटक रहे हैं। ये कहना था शनिवार को हुई फतेहाबाद रोड स्तिथ होटल पन्ना पैराडाइज आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए साधु संतों का उन्होंने बताया कि

कॉलेज के अध्यक्ष और भजन कुटीर के प्रधान आचार्य स्वामी गोपानंद बन महाराज ने बताया कि, इंस्टीट्यूट ऑफ फिलॉसफी वृदांवन की स्थापना देश की आजादी के साथ हुई थी। इसे साधु संत और गणमान्य लोगों की समिति संचालित करती थी। मगर, कुछ वर्ष पूर्व कमेटी में सचिव के पद पर रहे नामदेव शर्मा ने संस्था की नीतियों अधिकृत व्यक्तियों के अधिकार को छीन कर कमेटी के स्थान पर अपने परिजनों को अवैध रूप नियुक्त कर दिया ।

आवाज उठाने वाले कमेटी के सदस्यों पर जानलेवा दर्जनों हमले हुए । कई बार सरेराह मार पीट और जान से मारने की धमकी दी गई। मुझ पर दर्जनों हमले हुए। इस वजह से वह आश्रम छोड अज्ञात स्थान पर रह रहा हूँ। चले गए। इस दौरान पुलिस में दर्जनों शिकायत की गईं। पुलिस ने सिर्फ तीन ही शिकायत पर एफआईआर दर्ज की।

मगर, पुलिस ने धनबल के आगे इस शिक्षा माफिया को गिरफ्तार नहीं किया है। जिसे लेकर साधु संतों में रोष है। शिक्षण संस्थानों और अपनी जान बचाने के लिए लगातार पत्राचार के माध्यम से राजनेताओं के साथ पुलिस अधिकारियों की से गुहार लगा रहे हैं। मगर शिक्षा माफिया नामदेव शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

सीएम के आदेश पर चार साल बाद आश्रम लौटे महाराज

शिक्षा माफिया के हथियार बंद गुर्गे लगातार संस्थापक एवं कमेटी के सदस्यों को आए धमका रह थे। भजन कुटीर के स्वामी बन महाराज पर बैखोफ हमलावरों ने जान लेवा हमला किया। जिससे साधु संत और कमेटी सदस्य सहम गए। इनके कहर से बचने के लिए भजन कुटीर के प्रधान आचार्य स्वामी गोपानंद बनमहाराज पहले ही किसी अज्ञात स्थान पर चले गए। पत्रों के माध्यम से मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाई। जिसका संज्ञान लिया गया। चार साल बाद प्रधान आचार्य गोपानंद महाराज आश्रम लोटे है।मगर अब भी उन्हे धमकाया जा रहा है।

तीन एफआई आर में 14 शिकायत पत्रों नामजद होने के बाद भी पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई

प्रवक्ता  ने बताया कि नामदेव शर्मा के खिलाफ साधु संतों और कमेटी के सदस्यों ने दर्जनों शिकात कीं। मगर दो ही एफआईआर पुलिस लिखी । उस पर गंभीर  धाराओं में ये मुकद्मे हैं। मगर दबंग और पैसे से परमपूर्ण शिक्षा माफिया पर पुलिस उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। जिससे साधु संतों को अन्याय के ओर ढकेलने  कार्य किया जा रहा है।