नई दिल्ली , हिन्दू ह्रदय सम्राट कहे जाने वाले बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना के दो टुकड़े हो गए हैं। शिंदे गुट को बालासाहेबची शिवसेना का नाम मिला यानी की बालासाहेब की शिवसेना। लेकिन शिंदे गुट को अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव चिन्ह नहीं दिया गया है। शिंदे गुट के दो चुनाव चिन्ह के विकल्प चुनाव आयोग ने खारिज कर दिए हैं। शिंदे गुट की तरफ से गदा और तलवार में से चिन्ह के रूप में मान्यता देने की अपील की गई थी। लेकिन आयोग ने कहा कि ये नहीं दिया जा सकता है।
अब तीसरा विकल्प भाला फेंकता हुआ आदमी वो जरूर निर्वाचन आयोग की सूची में है। अब ऐसे में देखना है कि शिंदे गुट इसे ही स्वीकार लेता है या नहीं। पहले शिवसेना का चुनाव चिन्ह तीर कमान हुआ करता था। अब उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिन्ह दिया गया है। वहीं उद्धव गुट को शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे का नाम मिला है। शिवसेना को लेकर उद्धव गुट और शिंदे गुट में जबरदस्त लड़ाई चल रही थी और मामला अदालत तक पहुंचा था। अब चुनाव आयोग ने दोनों को अलग-अलग नाम दे दिए हैं।