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लोकतंत्र सेनानी मीसा बंदियों ने किया मुलायम सिंह यादव को याद

संवाद। नूरुल इस्लाम

26 जून 2006 तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने आपातकाल बंदियों को लोकतंत्र सेनानी का दिया सम्मान

कासगंज।सपा सपा संरक्षण मुलायम सिंह यादव की मौत की खबर से जनपद भर में उनके चाहने वालों में दुख की लहर दौड़ गई। कस्बा सहावर निवासी लोकतंत्र सैनानी डॉ इस्लाम अहमद फारूकी ने बताया कि लखनऊ के सपा विधायक रविदास महरोत्रा के अनुरोध पर 26 जून 2006 में रविन्द्रालय सभागार चार बाग लखनऊ में 29 वर्षों के बाद उ०प्र० के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने ऐसा कदम उठाने का साहस किया कि बिना किसी पार्टी भेदभाव के सभी राजनैतिक दलों के आपातकाल वंदियों को लोकतंत्र सेनानी सम्मान देकर प्रतीक स्वरूप 500 रू० प्रतिमाह भत्ता (मानदेय ) उ०प्र० परिवहन निगम की सारी बसों में एक सहवर्ती के साथ निशुल्क यात्रा प्रदेश के राष्ट्रीय अस्पतालों में स्वास्थ्य लाभ, तथा उनका अन्तिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ एवं उनके स्वर्गवास के बाद उनके पति अथवा पत्नी को उपरोक्त यथावत मिलेगा ।
सन् 2007 में सुश्री मायावती ने यह सब सुविधांयें बन्द कर दी। सन् 2012 में पुनः समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद वैधानिक तौर पर रू0 15000 मानदेय तथा अन्य सुविधायें लोकतंत्र सैनानी सम्मान विधेयक, 2016 अधिनियम बन गया।
गंजडुंडवारा निवासी लोकतंत्र सैनानी हाजी जहूर हसन ने बताया आपातकाल राजनीतिक बंदियों को सम्मान राशि व लोकतंत्र सेनानी के रूप में पहचान देने वाले देश के सर्वप्रथम राजनेता माननीय मुलायम सिंह यादव के निधन पर सम्पूर्ण देश सैनानियों की और से हृदय तल से सतनाम नमन व अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।