आगरा। आज गोवर्धन पूजा के साथ भाई दूज भी मनाई जाएगी।कल सूर्य ग्रहण के चलते गोवर्धन पूजन नहीं हो सका था। इस लिए आज गोवर्धन पूजा और भाई दूज एक साथ मनाये जाएंगे। लोग अपने अपने घरों में गोबर के गोवर्धन पर्वत को बनाकर खील बताशे औऱ फूलों से उसको सजाकर पूजा करेंगे। उसके बाद भाई दूज मनाया जाएगा।
क्या है गोवर्धन कथा
एक बार इंद्रदेव को अभिमान हो गया, तब लीलाधारी श्री कृष्ण ने एक लीला रची। एक दिन श्री कृष्ण ने देखा कि सभी ब्रजवासी तरह-तरह के पकवान बना रहे हैं पूजा का मंडप सजाया जा रहा है और सभी लोग प्रातःकाल से ही पूजन की सामाग्री एकत्रित करने में व्यस्त हैं।अन्नकूट या गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से प्रारम्भ हुई है। इसमें हिन्दू धर्मावलंबी घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन नाथ की अल्पना बनाकर उनका पूजन करते है। उसके बाद गिरिराज भगवान (पर्वत) को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्नकूट का भोग लगाया जाता है।
गोवर्धन पूजा विधि
सबसे पहले घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाएं। इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करें। कहा जाता है कि इस दिन विधि विधान से सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा करने से सालभर भगवान श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है।
ये है गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त
बता दें कि 25 अक्टूबर को प्रतिपदा तिथि शाम 5 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ हो रही है। ये 26 अक्टूबर यानि आज दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगी। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 29 मिनट से सुबह 8 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 2 घंटे 14 मिनट की है।
भाई दूज 2022 शुभ मुहूर्त
गोवर्धन पूजा के साथ 26 औऱ 27 अक्टूबर को भाई दूज भी मनाई जा रही है। कुछ लोग इसे आज और कुछ लोग कल मनाएंगे सूर्य ग्रहण के चलते कल गोवर्धन पूजन नहीं हो सका था। इस लिए आज गोवेर्धन पूजा की जा रही है।भाई दूज पर तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से दोपहर 03 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। द्वितीया तिथि प्रारम्भ – अक्टूबर 26, 2022 को 02:42 पी एम बजे। द्वितीया तिथि समाप्त – अक्टूबर 27, 2022 को 12:45 पी एम बजे।