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निजी अस्पताल में भी ले सकते हैं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ

मनीषा ने निजी अस्पताल में प्रसव कराकर लिया योजना का लाभ
पहली बार गर्भवती बनने पर तीन किश्तों में दिए जाते हैं पांच हजार रुपये

संवाद , दानिश उमरी

आगरा,ब्लॉक बाह की नई बस्ती निवासी 24 वर्षीय मनीषा का प्रसव निजी अस्पताल हुआ था। जागरुक नागरिक होने के चलते उन्होंने निजी अस्पताल में प्रसव कराने पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिला। इसी तरह से अन्य लाभार्थी भी निजी अस्पताल में प्रसव कराने पर योजना का लाभ ले सकते हैं।

मनीषा ने बताया कि उन्हें जैसे ही गर्भावस्था का पता चला तो उन्होंने आशा मनोज श्रीवास्तव के माध्यम से अपना योजना में पंजीकरण करा दिया। उन्होंने शुरूआती प्रसव पूर्व जांच सरकारी केंद्र पर कराई। उन्हे पता चला कि उनकी गर्भावस्था में थोड़ी मुश्किल है तो उन्होंने निजी अस्पताल में अपनी जांच कराकर उपचार कराना शुरू कर दिया। इस पर आशा ने उन्हें बताया कि वह चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में प्रसव कराएं, वह योजना के लिए पात्र हैं। मनीषा ने बताया कि अब उनका बच्चा और वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और योजना के अंतर्गत तीन किश्तों में मिलने वाली राशि भी उनके बैंक खाते में पहुंच गई है। पूरी राशि का उपयोग उन्होंने पोषण लेने में उपयोग किया। उन्होंने कहा कि सभी पात्र लाभार्थियों को समय से ही इस योजना में पंजीकरण कराकर इसका लाभ लेना चाहिए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मातृ स्वास्थ्य में सुधार को लेकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना वर्ष 2017 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिला के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और सही पोषण के लिए तीन किश्तों में पांच हजार रुपये सीधे बैंक खाते में दिए जाते हैं। प्रसव चाहे निजी अस्पताल में हो या सरकारी अस्पताल में दोनों ही परिस्थिति में इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।

 

योजना के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि पीएमएमवीवाई से मिली राशि के सही उपयोग से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाई जा सकती है और बच्चों को कुपोषण की जद में आने से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि गर्भवती समय-समय पर प्रसव पूर्व जांच कराएँ और भोजन में हरी साग-सब्जियों व मौसमी फल को अवश्य शामिल करें | चिकित्सक के बताए अनुसार आयरन और कैल्शियम की गोलियों का भी सेवन जरूरी है |

 

पीएमएमवीवाई की जिला कार्यक्रम समन्वयक सन्नू सूर्यवंशी ने बताया कि जनपद में वर्ष 2022 में 16455 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल चुका है।

 

जिला कार्यक्रम सहायक समन्वयक विनोद दीक्षित ने बताया कि पीएमएमवीवाई योजना के लाभ के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक है। इसके आवेदन के लिए आधार कार्ड की छाया प्रति, बैंक या पोस्ट ऑफिस की पास बुक की छाया प्रति तथा आधार कार्ड होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि योजना के लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है।