आगरा। सिक्खों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी जिनका की 553 वा प्रकाश पर्व देश विदेशो मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है उसी कड़ी मे आज आगरा मे मुख्य आयोजन गुरुद्वारा माईथान, गुरुद्वारा गुरु का ताल के साथ विभिन्न गुरुदारो पर कथा और कीर्तन का प्रवाह चला।साथ ही गुरुद्वारे रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रहे थे
गुरुद्वारा माईथान
आज सुबह का मुख्य आयोजन सिक्ख समाज की केंद्रीय संस्था श्री गुरु सिंह सभा माईथान के तत्वाधान मे हुआ।जहा इस अवसर पर विशेष रूप से गुरुद्वारा शीश गंज दिल्ली से पधारे भाई निर्मल सिंह खालसा ने
जित्थे बाबा पैर धरे पुजा आशण सोया
शबद गायन करते हुए कहा की गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन काल मे चार उदासिया की थी उनके चरण जहा जहा पड़े वहा वहा अंधकार खत्म हुआ। इससे पूर्व सुबह श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश किया गया उपरांत भाई जसपाल सिंह जी अखंड कीर्तनी ने आसा दी बार का कीर्तन किया।भाई बिजेंदर सिंह ने
कल तारन गुरु नानक आया का गायन किया।
स्त्री सिंह सभा की बीबी रानी सिंह ने भी गुरबाणी का गायन किया।
हैड ग्रंथी ज्ञानी कुलविंदर सिंह ने सरवत के भले की अरदास की।
प्रधान कंवल दीप सिंह,पाली सेठी,समन्वयक बंटी ग्रोवर,सुरेंद्र पाल सिंह,परमजीत सिंह मक्कड़,देवेंद्र जोड़ा,परमात्मा सिंह,जसबीर सिंह उप्पल,गुरमीत सिंह सेठी,अर्जिंदर पाल सिंह,रिशु सचदेवा आदि उपस्थित रहे।
गुरू का ताल
गुरुद्वारा गुरु के ताल पर सुबह से लेकर भगतों का सेलाव अपने गुरु के प्रकाश पर्व पर शीश नवाने के लिए आतुर रहा यह पहुंच कर उनकी आंखों को जहा शीतलता प्रदान हुई वही दूसरी ओर गुरुबाणी का रस मयी वाणी सुनकर उनका जीवन सफल हुआ।
हजूरी रागी भाई हरजीत सिंह,भाई जगतार सिंह हजूरी रागी गुरुद्वारा गुरु के ताल ने गुरुबाणी का गायन किया।
ज्ञानी केवल सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के जीवनी पर इतिहास डाला। इस अवसर सम्पूर्ण गुरुद्वारा परिसर रंग बिरंगी रोशनी से नहाया हुआ था। इस अवसर पर प्रदूषण रहित आतिशवाजी की गई जिसमे 100 से ऊपर आइटम थे।
जिसमे विशेष रूप से श्री गुरु नानक देव जी प्रकाश पर्व पर लख लख बधाइयां,झरना,खंडा साहिब इसमें अधिकाश आइटम आकाशीय थे। संत बाबा प्रीतम सिंह ने सभी आई संगत का धन्यवाद दिया। कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय,राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति,विधायक विजय शिवहरे जी ने बाबा प्रीतम सिंह जी के साथ रिमोट दबा कर आतिशबाजी का शुभारंभ किया।