संवाद। मो नज़ीर क़ादरी
अजमेर । मुस्लिम एजुकेशनल वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य आरिफ हुसैन ने बताया कि विश्व उर्दू दिवस व सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा के रचयिता डॉ अल्लामा मोहम्मद इकबाल योंमें ए पैदाइश पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन मदर मेमोरियल स्कूल में हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत तिलावते कुरान से हुई इसके बाद आए हुए खुसूसी मेहमानों ने इल्म की शमा रोशन कर प्रोग्राम का आगाज किया
प्रोग्राम के मुख्य वक्ता मशहूर शायर तस्दीक फर्रुखाबादी थे जिन्होंने गोष्ठी को संबोधित करते हुए बताया कि उर्दू जो है भारत के आम जन की भाषा है और पूरे उपमहाद्वीप में प्रचलित है और इसको साहित्य की नजर से देखा जाए इसमें बहुत गहराई है.
विशिष्ट अतिथि दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डॉ मोहम्मद आदिल ने गोष्ठी में बताया कि किस प्रकार पूर्व में अजमेर में उर्दू साहित्य में विभिन्न प्रकार के काम हुए हैं जिसमें दाग देहलवी के शिष्य अजमेर निवासी नवाब साहब बोराज़ का भी उन्होंने जिक्र किया और उन्होंने बताया कि उनकी रिसर्च इस पर जारी है.
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ नवाज उल हक़ और हाजी मोहम्मद सिद्दीक ने भी गोष्टी को संबोधित किया.
शायर सोहेल इशरत ने मां पर अपने कलाम पेश किया. थोड़ी देर के लिए माहौल भाव विभोर हो गया
सम्राट पृथ्वीराज चौहान कॉलेज की विद्यार्थी समरीन कुरैशी ने भी उर्दू में नजम पेश की जिसको संगोष्ठी में आए सभी श्रोताओं ने ताली बजाकर हौसला अफजाई की
कार्यक्रम का संचालन ऐतेज़ाद अहमद खान ने किया.
कार्यक्रम के सूत्रधार आरिफ हुसैन ने सभी आए हुए मेहमानों का शुक्रिया अदा किया और भविष्य में इस प्रकार की ओर गोष्ठी करने का आश्वासन दिया.
कार्यक्रम में पूर्व प्रधान मेहराज खान हाजी चांद खान पार्षद मनवर कायमखानी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फरहान खान मुस्ताक अहमद हाशमी इफ्तिखार सिद्दीकी मोहम्मद असलम खंडेला तौफीक अली हाजी मोहम्मद रईस रियाज अहमद मंसूरी बशीर कुरेशी अध्यापक फिरोज खान जाकिर खान साहिल हुसैन अतिया खान आदि बड़ी संख्या में उर्दू के कदरदान शामिल हुए अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ