संवाद/ दानिश उमरी
आगरा। दादा साहेब डॉक्टर मानिक चन्द जाटव वीर की 125 वीं जयंती पर युवा जाटव महापंचायत एवं डॉक्टर मानिक चन्द जाटव वीर जयंती एवं शोभायात्रा समिति को और से कल मानिक चन्द इंटर कॉलेज खतैना से 15 वीं विशाल शोभायात्रा सुबह 10 बजे मानिक चंद इंटर कॉलेज से निकाली जाएगी। जो खतैना से शुरू होकर जगदीशपुरा, बोदला,प्रेम नगर,रामनगर की पुलिया, भोगीपुरा,साकेत कॉलोनी,नगला गंगाराम,लोहामंडी होते हुए धर्मोदय बुद्ध विहार खतैना पर समाप्त होगी। यह जानकारी युवा जाटव महापंचायत के पदाधिकारी राजकुमार सिंह एडवोकेट ने दी है।
जानिए डॉक्टर मानिक चंद वीर के जीवन के ख़ास तथ्य
डॉक्टर मानिक चंद जाटव वीर का जन्म 11नवंबर 1897 में किदवई पार्क राजामंडी में इनका जन्म हुआ। उनके पिता का नाम भोला नाथ और माता देवकी था।
1937 से 1939 तक ब्रिटिश टाइम विधायक निर्दलीय
1952 पहला लोकसभा चुनाव में निर्दलीय सांसद रहे
1937 से 1938 में जाटव वीर इंस्टीट्यूट खुलवाया इसके बाद
1940 में खतैना में छात्रावास खुलवाया।
ब्रिटिश सरकार के द्वारा डॉक्टर साहब को 1943 में राय बहादुर की पदवी से नवाजा गया जिसको बिर्टिश सरकार का विरोध करते हुए 1946 में ये सम्मान वापस कर दिया।
बाबा साहब के 1946 में प्रथम
आगरा आगमन में आपकी अहम भूमिका रही।
समाज के हित में अपना जीवन व्यतीत करने के बाद संसार से 29 दिसंबर 1956 विदा हो गए।