संवाद/ मु. नज़ीर क़ादरी
बीकानेर। दरगाह सैयद दादा जमाल शाह रहमतुल्लाह अलेह चिश्ती सुलेमानी जमाली जामसर में अंतर धार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं ने हिंदुस्तान में पनप रहे नफरत के माहौल की कड़े शब्दों में निंदा की सभी धर्म गुरुओं ने इस बात पर जोर दिया की वतने हिंदुस्तान को आगे ले जाने के लिए हम सभी को एक साथ एक दूसरे के धर्मों का आदर करते हुए साथ चलना होगा ।
देश में सांप्रदायिक सद्भाव के साथ साथ धर्म से पहले देश के सिद्धांत को महत्व देना होगा । अजमेर दरगाह से पधारे सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती साहब ने जोर देकर इस बात की मांग की कोई भी धार्मिक संगठन जोकि देश में पी एफ आई की तरहें नफरत फैलाने का काम कर रहे हो और वह संगठन देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है तो उन पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।
इस प्रोग्राम में धर्मगुरु सैय्यद इरफान शाह चिश्ती की मेजबानी में हिंदू धर्म गुरु घनश्याम , सतपाल जैन जी, सत्येंद्र पुरोहित जी, सिख समुदाय से सरदार सुरेंद्र सिंह जी और सैयद अब्दुल वकील शाह, वजीर शाह, जल्ले शाह के साथ प्रोग्राम की अध्यक्षता मुख्य रूप से अजमेर से पधारे हजरत सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती चेयरमैन (ए आई एस एस सी) और उत्तराधिकारी सज्जादा नशीन दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्ला अलेह अजमेर ने की ।
प्रोग्राम में जामसर सरपंच इमरान शाह, भाजपा नेता उस्मान गनी खलीफा, इमरान समेजा,मंजूर अली,डायरेक्टर शेर शाह,जोधपुर से नफीसा नसीर सेक्रेटरी (ए आई एस एस सी),तेलंगाना से सैयद अब्दुल खादर कादरी नेशनल कोऑर्डिनेटर (ए आई एस एस सी) के साथ-साथ विभिन्न गणमान्य लोगों ने शिरकत की।