संवाद। मो नज़ीर क़ादरी
अजमेर ! विद्वान लक्ष्मण शरण जी महाराज ने कहा कि क्रोध इंसान के नैतिक पतन का कारण है। क्रोध करने से मनुष्य की बुद्धि मारी जाती है जब बुद्धि मारी जाती है तब स्मृति भ्रम पैदा हो जाता है। और मानव विनाश की ओर अग्रसर होता है।
श्री श्री 1008 श्री हरि दास जी के परम शिष्य श्री लक्ष्मण शरण जी महाराज गोवर्धन वाले आज कोटडा स्थित बाबा रामदेव के मंदिर में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में तीसरे दिन प्रवचन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मानव मोह माया में बंधा हुआ रहता है और मोह माया में विघ्न पड़ने पर. क्रोध ईर्ष्या एवं स्वार्थ जैसे दुर्गुणों को अपना लेता है और अधर्म के रस्ते पर चला जाता है ! अपने स्वार्थ के कारण मोह माया के बंधन से बंधा मानव कभी मोक्ष को प्राप्त नहीं कर पाता है।
श्रीमद्भागवत गीता के तीसरे दिन आज नृसिंह अवतार वामन अवतार गजेंद्र मोक्ष समुद्र मंथन का मंचन किया गया!
आयोजन समिति की सदस्य मोनिका डीडवानिया ने बताया कि श्रीमद्भागवत गीता के चौथे दिन कल राम जन्म, कृष्ण जन्म एवं नंद उत्सव का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति के अध्यक्ष सोन सिंह रावत इंदर सिंह नारायण माथुर योगेश पंडित आदि का सहयोग रहा।