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स्वार्थी मत बनो, यह काम तो शैतान का हैः डा.मणिभद्र महाराज

आगरा । राष्ट्र संत नेपाल केसरी डा.मणिभद्र महाराज ने कहा है कि स्वार्थी मत बनो, वह शैतान का काम होता है। निस्वार्थ काम करने वाला सच्चा मानव होता है।
शनिवार को पुष्पांजलि गार्डेनिया के कम्यूनिटी हाल में प्रवचन करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य बहुत स्वार्थी है। अपने स्वार्थ में भले ही किसी का घर बर्बाद हो जाए तो उसे परवाह नहीं, उसका काम बनना चाहिए। लेकिन यह शैतान का काम होता है जो अपने भले के लिए दूसरों का बुरा करता है। अच्छी बात कोई करे, कभी भी करे अच्छी होती है। बुरा काम कोई करे, हमेशा बुरा ही होगा। यदि साधु-संत भी क्रोध करते हैं तो वह भी बुरा ही होता है। मन, वचन और काया से किया गया पाप का फल हमें भुगतना ही पड़ सकता है।
जैन संत ने कहा कि यह जीवन यात्रा है, हमें इसे गुजारनी है, चाहे हंस कर गुजारें या रोकर। इसलिए एसे कर्म करो कि जीवन कभी भी रो कर नहीं गुजारना पड़े। उन्होंने कहा कि अक्सर हमारे पास लोग आते हैं, कहते हैं महाराज, हमसे तो झूठ बोला ही नहीं जाता। जैन मुनि ने कहा कि सबसे बड़ा असत्य तो यही है। साधु, संत या कोई भी एसा नहीं कि उसने कभी झूठ नहीं बोला हो। कोई कम बोलता है तो कोई ज्यादा।
जैन संत ने कहा कि हमें पाप करने से बचने के लिए विवेक से काम लेना होगा। यदि हम सावधानी पूर्वक जीवन जीएं, तब कोई गलत काम हो जाए तो उसे पाप नहीं माना जाता। जानबूझ कर किया हुआ दुष्कर्म पाप माना जाता है। अनजाने में तो गलती होती है। इसलिए सावधानी पूर्वक जीवन जीना चाहिए।
डॉक्टर मणिभद्र जी की मंगल विहार यात्रा का प्रारंभ हो चुका है और इसी क्रम में जैन मुनि पुष्पांजलि गार्डेनिया में राजीव चपलावत के निवास पर पहुंचे जहां उनके सम्मान में गुरु वंदन एवम प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस आयोजन में सुरेंद्र माया जैन, नरेश चप्लावत, राजेश सकलेचा, आदेश बुरड़, राजीव चपलावत,सुरेंद्र सोनी,सुरेश सोनी,संजीव जैन, विवेक कुमार जैन, वैभव जैन ,सचिन जैन, अर्पित जैन, पूर्व पार्षद अजय जैन, सौरभ जैन ,सुलेखा सुराना,सुमित्रा सुराना ,पद्मा सुराना, पूजा जैन, नीतू जैन, निशीथ जैन,वैभव सोनी सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भाग लिया।