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‘मेरे बेटों से मुझे बचा लीजिए………… मार डालेंगे’

मेरठ ।मेरे बेटों से मुझे बचा लीजिए। वो मुझे मार डालेंगे।…यह दर्द है 65 वर्षीय एक बूढ़ी मां का। जिसे उसके 4 बेटों और बहुओं ने मिलकर इतना पीटा कि चलने लायक नहीं रही। मां का कसूर सिर्फ इतना है कि वो अपने बेटों के नाम 5 करोड़ का मकान नहीं लिख रही है।

शनिवार को वो किसी तरह से घिसटती हुई एसएसपी ऑफिस पहुंची। बूढ़ी मां की ये हालत देखकर वहां मौजूद महिला कॉन्स्टेबल ने उनको सहारा दिया और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पास ले गईं।

मां ने कहा- बहू-बेटे कहते हैं कि मकान हमारे नाम कर दो
बुजुर्ग महिला हज्जन अनीसा कोतवाली इलाके की रहने वाली है। उन्होंने रोते हुए पुलिस को अपना दर्द बताया। कहा, “मेरे शौहर का इंतकाल हो चुका है। शौहर ने 5 करोड़ का मकान मेरे नाम किया था। इसमें मैं 5 बेटों के साथ रहती हूं। मेरा सबसे छोटा बेटा मानसिक तौर से बीमार है। उसके अलावा 4 बेटे मुझसे मकान अपने नाम करवाना चाहते हैं। वे लोग मुझ पर हर दिन दबाव डालते हैं और तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। यह सिलसिला करीब 4 साल से चल रहा है। हर दिन घर में ड्रामा होता है।”

महिला ने कहा, ”मैं मकान उनके नाम नहीं कर रही हूं। इसीलिए मेरे चारों बेटे कुछ बोलने पर मुझे मारते भी हैं। इतना ही नहीं, गंदी बातें और गाली देकर बेइज्जती करते हैं। अब तो बेटों के साथ बहुएं भी मुझे पीटती रहती हैं। वे मकान को लेकर ताना मारती हैं। खाना भी टाइम से नहीं देती हैं। मैं पहले ही बीमार चल रही हूं। मेरी रीढ़ की हड्‌डी में दिक्कत है। ऐसे में टाइम से खाना न मिलने पर मेरी तबीयत बिगड़ती जा रही है।”

पुलिस के सामने बुजुर्ग महिला कभी रो रही थी, तो कभी गुस्सा हो जा रही थी। थोड़ा शांत होने पर वह बताती है, ”मकान नाम न लिखने पर बेटे अलग-अलग तरीके से धमकाते हैं। एक बार बड़ा बेटा घर छोड़कर किराए के मकान में रहने चला गया। उसने समाज में मेरी बदनामी करनी शुरू कर दी। इसके बाद लोग और रिश्तेदार कहने लगे कि जिसका खुद इतना बड़ा मकान है, उसका लड़का किराए पर रह रहा है। इसलिए मैं उसे मना कर घर वापस ले आई।”

हज्जन अनीसा बताती हैं, ”एक बार तो एक बेटे ने अपनी पत्नी पर तेल डालकर जलाने की धमकी दी। वह कहता है कि बहू को जलाने का इल्जाम मुझ पर लगाकर मुझे जेल करा देगा। इसलिए मकान उनके नाम कर दूं। इन बेटों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है। ये मुझे चैन से जीने नहीं दे रहे हैं।”

उन्होंने बताया, ”गुरुवार को मैं घर पर बैठी। चारों बेटे और बहुएं भी घर में थे। इतने में बड़े बेटे ने मकान की बात उठा दी। इस पर मैंने उनसे कहा कि वे लोग हर महीने मुझे 5 हजार रुपए गुजारा दें, तो उनके नाम मकान लिख दूंगी। लेकिन मेरा कोई भी बेटा मुझे गुजारा देने को राजी नहीं हुआ। इसके बाद बेटे ओर बहुओं ने मिलकर मुझे डंडों और लात-घूसों से जमकर पीटा। वे लोग कहते हैं कि मकान हमारे नाम कर दे, नहीं तो तुझे मार देंगे। घर से निकाल देंगे।”

पीड़ित बुजुर्ग महिला की आपबीती सुनने के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने उसे न्याय दिलवाने का भरोसा दिया। उन्होंने थाना कोतवाली को तुरंत मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिए। कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।