- टीबी का उपचार संभव, निःशुल्क होता है उपचार व जांच
- दो हफ्ते से ज्यादा खांसी होने, वजन घटने या अन्य लक्षण होने पर कराएं चेकअप
मैनपुरी। यदि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, सीने में दर्द, ठंड लगना, वजन घटना, रात को पसीना आना, भूख न लगना या जल्दी थकान हो जाना जैसे लक्षण हैं तो एक बार नजदीकी टीबी यूनिट पर जाकर जांच करायें। यह टीबी के लक्षण होसकतेहैं। यदि जांच में टीबी की पुष्टि होती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका निःशुल्क उपचार उपलब्ध है। यह कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीपी सिंह का।
वहीँ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विकास यादव ने बताया कि जनपद में 11 टीबी यूनिट हैं, 21 स्थानों पर टीबी की जांच की सुविधा उपलब्ध है। इनमें से चार स्थानों पर ट्र्नाट मशीन व एक स्थान पर सीबीनाट मशीन से टीबी की जांच करने की सुविधा है।
क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की जिला कार्यक्रम समन्वयक मोनिका यादव ने बताया कि जनपद कैलेंडर वर्ष 2022 में 2817 टीबी रोगियों की पहचान की गई है। समस्त नोटिफाइड क्षय रोगियों को जो प्राइवेट और पब्लिक क्षेत्र से उपचारित हैं, उन्हें निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत पोषण हेतु 500 रूपये प्रतिमाह इलाज पूर्ण होने तक उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजे जाते हैं।
वहीं राज्यपाल महोदया की टीबी मरीजों को गोद लेने की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत विभिन्न जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तथा समाजसेवी संस्थाओं को निक्षय मित्र बनाकर रोगी की सहमति प्राप्त होने के उपरांत उनकी उचित पोषण व्यवस्था तथा फॉलो अप के लिए गोद दिया जाता है। 1775 मरीजों को निक्षय मित्रों के द्वारा गोद लिया गया है।