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परिवार नियोजन के साधन देने से पहले काउंसलिंग पर दें जोर- डॉ. शर्मा

  परिवार नियोजन में निजी अस्पतालों की भागीदारी के लिए हुई हौसला साझेदारी समन्वय बैठक
आगरा। शहरी परिवार कल्याण कार्यक्रम के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से मंगलवार को निजी क्षेत्र के संबद्ध सेवा प्रदाताओं के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक स्थानीय होटल में बैठक की। बैठक में निजी अस्पतालों के परिवार नियोजन कार्यक्रम में बेहतर तरीके से सहयोग को लेकर चर्चा हुई और होल साइट ओरिएंटेशन का भी आयोजन हुआ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने बैठक में शामिल निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से कहा कि वह  समय से एचएमआईएस( हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम) पोर्टल पर डाटा अपलोड करें। डॉ. शर्मा ने डाटा की महत्ता को समझाते हुए कहा कि सही डाटा मिलने से कल्याणकारी योजनाओं को बनाने में मदद मिलती है।
बैठक में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनीता भागिया ने प्रजेंटेशन के माध्यम से परिवार नियोजन की सेवाओं को देने के तरीके को विस्तृत रूप से समझाया। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं के बारे में लाभार्थी की काउंसलिंग करना बेहद अहम है। उन्होंने साधन देने से पहले, साधन के चयन के बाद और फॉलोअप काउंसलिंग की भूमिका को विस्तृत रूप से समझाया। उन्होंने कहा कि हमें इस पर जोर देना चाहिए, जिससे कि लाभार्थी उस  साधन के  फायदे को समझ सकें । यदि किसी को दुष्प्रभाव सामने आते हैं तो लाभार्थी तुरंत आकर बताएं और उनकी समस्या का समाधान किया जाए। इससे परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा और वह  इसका फायदा ले पाएंगे।
बैठक में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि ड्यू लिस्ट से संबधित सामग्री के बारे में बताया।
पीएसआई इंडिया के यूएक्यू प्रोजेक्ट के सिटी इंप्लीमेंटेशन लीड उमम फारूक ने बताया कि परियोजना जो कि डेमोंसट्रेशन मॉडल के आधार पर शहरी क्षेत्रों के नॉन यूजर महिलाओं को लक्षित करते हुए एक सरल लाभ पैकेज पर कार्य कर रही है। इसमें आयूसी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, ओसीपी, कंडोम जैसी सभी सुविधाएं लाभार्थियों को निःशुल्क प्रदान की जाएंगी और निजी  सेवा प्रदाता एवं सरकारी स्वास्थ केंद्र इस कार्य में सहयोग करेंगे।
मो. इरशाद डिवीजनल कंसल्टेंट एनयूएचएम ने बताया कि सभी को परिवार नियोजन के जो भी रिपोर्टिंग के फॉर्मेट दिए गए हैं उन्हें समय पर जमा कर दें। जिससे कि यूपीएचएमआईएस व एचआईएमएस पोर्टल पर अपडेट हो जाए।
बैठक में शामिल होने आईं स्पर्श मल्होत्रा हॉस्पिटल की स्टाफ नर्स अलीशा ने बताया कि कार्यक्रम में रिपोर्टिंग से संबंधित कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली। इन्हें वह आगे से अपने कार्य में शामिल करेंगी।
शाहगंज-2 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्टाफ नर्स काजल ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान परिवार नियोजन के सभी साधन देने के दौरान काउंसलिंग की महत्ता को समझा। इसे वह पहले से ही अपने कार्य में शामिल करती हैं। आगे से और ज्यादा काउंसलिंग पर वह ध्यान देंगी।
बैठक में डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, अर्बन कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम, पीएसआई इंडिया के सिटी इंप्लीमेंटेशन लीड अनिल कुमार द्विवेदी, उमम फारूक, पंकज, आनंद शर्मा, सोनल, यूपीएनएचएम के डिवीजनल एमएनई अफजल हुसैन, यूपीटीएसयू की डिवीजनल एमएनई दीपिका मित्तल, आलोक मौजूद रहे।