संवाद – मो नज़ीर क़ादरी
महाबोघि विहार,गौतम नगर में से झलकारी बाई की रैली को प्रार्थना करके किया प्रारम्भ
अजमेर । महाबोधि गौतम नगर महाबौधि मार्ग स्थित बौद्व मठठ के भवन में मंगलवार को महात्मा बुद्व की प्रतिमा के आगे प्रार्थना करके सर्वधर्म प्रतिनिधियो ने बौद्व मठठ के अध्यक्ष गुणवन्त राहुल के नेतृत्व में झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की सेना की झलकारी बाई की जयन्ति के अवसर पर रैली का आयोजन किया गया। रैली के उदधाटन के अवसर पर बौद्व मठठ के अध्यक्ष गुणवन्त राहुल ने कहा कि झलकारी बाई ने वीरांगनाओ में अपना एवं देश का नाम विश्व स्तर पर विख्यात किया।जन सेवा समिति के सर्वधर्म संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि झलकारी बाई के जीवन से समस्त महिलाओ को भी प्रेरणा लेकर जीवन जीना चाहिये।झलकारी बाई की रैली के संयोजक वरिष्ठ नागरिक बौद्व मठठ के संरक्षक रामचन्द सोलंकी पूर्व पार्षद ने बताया कि रैली गौतम नगर स्थित महाबोघि विहार से प्रारम्भ होकर,रेल्वे भगवान गंज कॉलोनी,रेल्वे चिकित्सालय कॉलोनी,रेल्वे चिकित्सालय मार्ग सहित विभिन्न मार्गाें से होती हुई नगरा पहुची।
झलकारी बाई की रैली के अवसर पर झलकारी बई को बौद्व मठठ पर माल्यार्पण कर,जन सेवा समिति के सर्वधर्म के सिन्धी समुदाय के संयोजक रमेश लालवानी,गुणवन्त राहुल,रामचन्द्र सोलन्की का आयोजक मण्डल की ओर से माल्यार्पण करके अभिनन्दन किया गया।रैली में झलकारी बाई अमर रहे,भारत माता की जय,देश की वीरांगनाऐ अमर रहें आदि नारे श्रीमती वन्दना खोरवाल आदि के नेतृतव में लगाते हुए महिलाऐ चल रही थी।झलकारी बाई के रूप में धोडी पर चल रही महिला झलकारी बाई के नारे बोलकर सबसे नारे लगवा रही थी।झलकारी बाई की जयन्ति के अवसर पर श्रीमती सोनी गुणवन्त राहुल एवं श्रीमति वन्दना खोरवाल ने अपने विचारो में कहा कि भारत की वीरांगनाओ ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।हमें ऐसी वीरांगनाओ पर हमें गर्व है।मुख्य संरक्षक रमेश लालवानी ने बताया कि झांसी की वीरांगना झलकारी बाई का जन्म 22 नवम्बर 1830 को बोजिया में हुआ और निधन 1858 में झांसी में हुआ था।