राजीव खंडेलवाल की साहित्यिक उपलब्धियों पर केंद्रित जर्नल ऑफ लिटरेचर, कल्चर एंड मीडिया स्टडीज के विशेषांक का किया गया लोकार्पण
आगरा। ताजनगरी के राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अंग्रेजी कवि- साहित्यकार राजीव खंडेलवाल ने एक बार फिर ताजनगरी का नाम रोशन किया है। शुक्रवार को राजगीर – बिहार स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में नवा नालंदा महावीरा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 65 वीं ऑल इंडिया इंग्लिश टीचर कॉन्फ्रेंस में राजीव खंडेलवाल की साहित्यिक उपलब्धियों पर केंद्रित जर्नल ऑफ लिटरेचर, कल्चर एंड मीडिया स्टडीज के विशेषांक का लोकार्पण किया गया।
मंच पर विशेषांक के मुख्य संपादक, बस्तर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और वर्तमान में नागालैंड विश्वविद्यालय के अंग्रेजी प्रोफेसर डॉ. एनडीआर चंद्रा और नवा नालंदा महावीरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बैद्यनाथ लाभ के साथ सम्मानित कवि राजीव खंडेलवाल भी मौजूद रहे। समारोह का संचालन विश्वविद्यालय की अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. मीता ने किया।
उल्लेखनीय है कि राजीव खंडेलवाल की प्रेम कविताओं के पांच और बाल कविताओं के चार संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। आपकी चुनिंदा अंग्रेजी प्रेम कविताओं का हिंदी में अनुवादित संग्रह “कितना कठिन है प्रेम” भी प्रकाशित हो चुका है। आपकी कुछ कविताओं का रोमानी, अरेबिक और चीनी भाषा में भी अनुवाद हुआ है। आपकी तीन कविताएं जबलपुर (मध्य प्रदेश) के पाठ्यक्रम में शामिल की जा चुकी हैं।
आपकी अधिकांश कविताएँ पुस्तकाकार होने से पूर्व ही देश- दुनिया की महत्वपूर्ण अंग्रेजी पत्रिकाओं, जनरल्स और साझा संग्रहों में प्रकाशित होकर राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा पा चुकी हैं। जाने-माने अंग्रेजी विद्वान और साहित्यकार डॉ. सोम. पी. रंचन, डॉ. भूपेंद्र परिहार और डॉक्टर वी. वी. बी. रामाराव आपकी कविताओं पर अलग-अलग आलोचनात्मक विश्लेषण की पुस्तक लिख चुके हैं। आपकी चुनिंदा कविताओं पर एक लघु शोध भी हो चुका है।
आपको पीसीके प्रेम द्वारा संपादित “समकालीन इंडियन इंग्लिश पोएट्री” के इतिहास में दर्ज किया गया है, वहीं इंटरनेशनल सूफी सेंटर और सूफी वर्ल्ड द्वारा आपको भारत के श्रेष्ठ 25 कवियों में चुना गया है। आपकी सर्जनात्मक उपलब्धियों को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेबनान की फाउंडेशन फॉर ग्रेटिस कल्चर द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।